जामिया अरबिया इस्लामिया दारुल उलूम का सालाना इजलास दस्तार बंदी के साथ संपन्न हुआ
शिक्षा बुराइयों से बचाती है मौलाना महमूद हसन
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जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर जयपुर रोड स्थित जामिया अरबिया इस्लामिया दारुल उलूम का सालाना इजलास जिन छात्रों ने दारुल उलूम से अपनी पढ़ाई पुरी की उन्हें डिग्रियों से नवाजा गया समय शाम 5:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक रहा इस समारोह की अध्यक्षता मौलाना महमूद हसन मेंबर ऑफ़ इंडिया वक्फ बोर्ड ने की मुख्य अतिथि देवबंद मदरसे से आए हुए शेखुल हदीस मौलाना मुफ्ती सैयद मोहम्मद सलमान मंसूर पुरी रहे। वशिष्ठ अतिथि मौलाना अयूब सरदारशहर, मुफ्ती रफी अनवर बिसाऊ ,मौलाना रफीक अहमद, मौलाना जब्बार, मौलाना अब्दुल वहाब, अब्दुल गफ्फार मुंबई, हाजी याकूब थीम, शौकत खान झरिया पूर्व कमिश्नर जीएसटी, अयूब खां पूर्व एडिशनल एसपी, डॉ मुस्तकीम शेख पूर्व एसबीआई मैनेजर, डॉ एहसान गोरी, मौलाना इरशाद, मकसूद अहमद, मुफ्ती इरशाद कासमी, मोहम्मद अली पठान, जब्बार खत्री, फारूक मास्टर, आवेश कुरैशी मंचासीन रहे।
मुख्य वक्ता शेख ऊल हदीस ने बताया कि इस्लाम में पढ़ाई को बहुत बड़ा महत्व दिया गया है हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि अगर आपको पढ़ने के लिए दूर दराज चीन भी जाना पड़े तो आप इल्म हासिल करने के लिए चीन भी जाइए यह उस वक्त की बात है जिस दौर के अंदर लोग पैदल यात्रा करते थे और मक्का और मदीना से चीन की दूरी बहुत थी आपने कहा दिन के साथ-साथ दुनिया ही तालीम भी बहुत जरूरी है अगर आप दुनिया ही तालीम नहीं लेंगे तो दुनिया में आप बिछड़ जाएंगे आप बगैर तालीम के अधूरे हैं आप को सफलता तभी हासिल होगी जब आप शिक्षित होंगे अगर हमारी बहन बेटी भी शिक्षित होती हैं तो वह दो घरों को रोशन करती हैं इसलिए शिक्षा को हासिल करना बहुत ही आवश्यक है।
आपने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि आज जीन बच्चों को हमने डिग्रियां प्रदान की हैं यह बच्चे हाफिजे कुरान भी हैं और इल्म के जानकार भी हैं यह दिन और दुनिया दोनों को रोशन करेंगे शिक्षा बुराइयों से बचाती है चाहे वह बुराई चोरी हो जीना हो शराब हो चुगली हो किसी तरह की भी बुराई हो शिक्षा हमेशा समाज में सुधार लाती है और हमें हमारा अधिकार दिलाती है। इसलिए शिक्षित हो जाए एक हो जाए । समारोह की अध्यक्षता कर रहे मौलाना महमूद हसन खिरवा ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी का आभार व्यक्त किया । रिटायर्ड एडिशनल एसपी अयूब खान ने रसूले पाक की शान में नात गुन- गुना कर यह साबित कर दिया कि इंसान को इस दुनिया में कितनी भी बड़ी कामयाबी हासिल हो जाए मगर नबी की आशिकी उनसे मोहब्बत हमारे दिलों में कम नहीं हो सकती। आपकी नात आशिकी अल्फ़ाज़ में सारा मजमा झूम उठा। कार्यक्रम का सफ़ल संचालन मुफ्ती जसीन ने किया। समारोह के अंत में देश और दुनिया के लिए अमन चैन शांति भाईचारे की दुआएं की गई।