रेलवे कर्मचारी की पत्नी-बेटों के कुएं में मिले शव:3 दिन पहले ससुर ने गुमशुदा होने की दी थी रिपोर्ट
रेलवे कर्मचारी की पत्नी-बेटों के कुएं में मिले शव:3 दिन पहले ससुर ने गुमशुदा होने की दी थी रिपोर्ट

सवाई माधोपुर : सवाई माधोपुर में रवांजना डूंगर थाना क्षेत्र के लहसोड़ा गांव के समीप एक कुएं में बुधवार दोपहर एक मां और उसके 2 बच्चों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतका का पति रेलवे में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है। मृतका के ससुर ने 3 दिन पहले 26 जनवरी को बहू और दोनों पोतों के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
घर से डेढ़ किमी दूर कुएं में मिले शव
रवांजना डूंगर थानाधिकारी हरिमन मीणा ने बताया कि 26 जनवरी को मृतका के दिव्यांग ससुर गजानंद योगी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया था कि उसकी बहू अनिशा योगी (30) पत्नी रमेश योगी और उसके 2 बेटे हिमांशु योगी (7) व दक्ष योगी (5) निवासी गांव लहसोड़ा, सवाई माधोपुर है। वह शनिवार रात को घर से कहीं चली गई थी। उसको गांव में आसपास तलाश किया, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा था। मां-बेटों की तलाश के दौरान घर से करीब डेढ़ किमी दूर खेत पर बने कुएं में मां और दोनों बेटों के शव मिले है। इसके बाद पुलिस ने शवों को कुएं से बाहर निकालकर तीनो शवों को कब्जे में लिया और इसके बाद शवों को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। बाद में पुलिस कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम कराया गया।

बच्चों को लूगड़ी से लपेटकर कुएं में कूदी
रवाजंना डूंगर थानाधिकारी मीणा ने बताया कि 2 बच्चों को लूगड़ी से लपेटकर मां शनिवार 25 जनवरी को शाम करीब 4 बजे कुएं में कूदी थी, परिजन तलाश करते रहे। बुधवार 29 जनवरी को दोपहर करीब 12 बजे कुएं के पास बदबू आई तो देखने पर महिला व दोनों बालकों के फूले हुए शव तैरते दिखे। इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शव चारपाई के सहारे कुएं से निकाले गए।
बेटे होने के बाद लगी पिता और चाचा की नौकरी
हिमांशु और दक्ष के जन्म के बाद गजानंद योगी के दोनों बेटों रमेश योगी और दीपू योगी की रेलवे में नौकरी लगी थी। गजानंद योगी ने बताया कि दोनों ही पोते भाग्यशाली थे। रमेश की 2013 में शादी हुई थी। 5-7 साल पहले ही हिमांशु व दक्ष जन्मे थे और रमेश की नौकरी 2021 में रेलवे में लगी। फिर छोटे बेटे दीपू की भी रेलवे में नौकरी लगी।
दादा के साथ रोज खेलते थे दोनों पोते
गजानंद ने बताया कि वह रोजाना पोतों को खिलाते, उनको गांव में घुमाकर लाते और मंदिर में दर्शन करने के जाते तो भी साथ ले जाते थे। घर में गजानंद के अलावा दोनों बहुएं और दोनों पोते रहते थे। रमेश रेलवे में टेक्नीशियन पद पर फिलहाल प्रयागराज में कार्यरत है।
पति को भेजी आखिरी सेल्फी
25 जनवरी शनिवार को शाम करीब 4 बजे अनीसा अपने दोनों बेटों को घर से करीब डेढ़ किमी दूर खेत पर बने कुएं पर लेकर गई थी। चीटियों को चुग्गा दाना भी साथ लेकर गई थी। इससे ससुर को कोई शक नहीं हुआ। अनीसा ने पति रमेश को खेत में खींची आखिरी सेल्फी भेजी थी। इस पर रमेश ने अपने पिता गजानंद को फोन करके अनीसा व बच्चों के बारे में पूछा और कहा कि खेत से तीनों के फोटो भेजे हैं। इस पर गजानंद पड़ोसियों को लेकर ढूंढने भी पहुंचा, मगर अनीसा और बच्चे नहीं मिले। रिश्तेदारों से भी पता किया। आखिर 26 जनवरी को सवाई माधोपुर में एसपी से मिलकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। जिसके बाद बुधवार 29 जनवरी को तीनों के शव कुएं में मिले। प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या का मामला माना जा रहा है।