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विधायक नहीं चाहते कि नीमकाथाना जिला रहे:सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष बोले- विधायक मोदी को केवल राजनीति करनी; शहीद परिवार के दो सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति- पत्र सौंपा


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विधायक नहीं चाहते कि नीमकाथाना जिला रहे:सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष बोले- विधायक मोदी को केवल राजनीति करनी; शहीद परिवार के दो सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति- पत्र सौंपा

विधायक नहीं चाहते कि नीमकाथाना जिला रहे:सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष बोले- विधायक मोदी को केवल राजनीति करनी; शहीद परिवार के दो सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति- पत्र सौंपा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : श्रवण कुमार फगेडिया

सीकर : सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर आज सीकर आए। उन्होंने पहले सीकर के शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया। इसके बाद वेटर्नस डे के मौके पर सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में शहीद वीरांगनाओं और भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान किया। इस दौरान शहीद सैनिक परिवार के दो सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति- पत्र भी सौंपे। मीडिया से बातचीत में नीमकाथाना जिला निरस्त करने के सवाल पर उन्होंने कहा- ‘विधायक चाहते नहीं कि नीमकाथाना जिला रहे।’

सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा- आज वेटर्नस डे के मौके पर शहीद वीरांगनाओं और भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान किया गया। प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्र में नरेंद्र मोदी के शासन में नई-नई योजनाओं से शहीदों और सैनिकों का सम्मान हो रहा है।

शहीदों और सैनिकों का जितना सम्मान इनके राज में हुआ है। उतना अटल बिहारी के शासन के अलावा कभी नहीं हुआ। शहीदों और सैनिकों का जितना मान सम्मान किया जाए, उतना ही कम है। आज इन्हीं लोगों के कारण हम देश में चैन की सांस ले रहे है। प्रदेश में शहीद सैनिकों की मूर्ति लगाने की बात पर प्रेम सिंह ने कहा- यदि किसी की भी मूर्ति नहीं लगी है तो मुझे फोन कीजिए। मैं 10-15 दिन में मूर्ति तैयार करवाकर भेज दूंगा। मेरे पास जो भी लोग आते हैं मैं मूर्ति बनवाकर भेज देता हूं।

शहीद वीरांगना को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करने के बाद आशीर्वाद लेते हुए सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर।
शहीद वीरांगना को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करने के बाद आशीर्वाद लेते हुए सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर।

सरकार के फैसले को स्वीकार करना पड़ता

नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के विरोध में सोमवार को प्रदर्शनकारियों की ओर से बाजौर के ऑफिस में घुसने के सवाल पर उन्होंने कहा- मेरा ऑफिस तो खाली ही पड़ा है, कोई भी घुस जाओ। वैसे भी जिले को निरस्त करने का निर्णय सरकार का था। सरकार जो निर्णय करती है उसको स्वीकार करना पड़ता है। नीमकाथाना विधायक ही नहीं चाहते कि नीमकाथाना जिला रहे।

जब रिव्यू कमेटी बनी थी नीमकाथाना विधायक ने एक बार भी कोई एप्लीकेशन नहीं दी। मैं तो हारा हुआ हूं लेकिन वह तो एक जनप्रतिनिधि है और विधानसभा में भी बैठते हैं। उन्हें कमेटी के सामने जाना चाहिए था। अब वह बोलते हैं कि मुख्यमंत्री बीजेपी का है मैं नहीं जाऊंगा, उसका तो हमारे पास क्या इलाज है। मुख्यमंत्री तो 5 साल बीजेपी का है क्योंकि जनता ने वोट देकर बनाया है। नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी को केवल नाटक करना है और राजनीति करनी है उन्हें जिले से कोई मतलब नहीं है।

कांग्रेस नेताओं की ओर से दिए विफल सरकार के बयान पर प्रेम सिंह ने कहा- ग्राउंड पर सरकार ने काम किया या नहीं किया इसकी मोहर तो जनता लगाती है। हाल ही में उपचुनाव में बीजेपी ने पांच सीट जीती। जिसमें पहले से एक ही सीट बीजेपी के पास थी जबकि चार तो कांग्रेस की सीट पर बीजेपी जीती क्योंकि जनता ने मोहर लगाई।

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