नवलगढ़ में जन आक्रोश सभा, किसानों और गरीबों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ उठी आवाज
शेखावाटी का ताना-बाना खराब नहीं होने देंगे : गुढ़ा, किसानों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध खड़े थे-खड़े हें-खड़े रहेंगे : राजेश कटेवा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : नवलगढ़ कस्बे के बकरा मंडी इलाके में रविवार शाम को किसानों पर हो रहे अत्याचार और गरीबों पर हो रहे राजनीतिक अत्याचार के विरोध में जन आक्रोश सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में स्थानीय जनता ने अपनी आवाज बुलंद की और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा की मांग की।
सभा में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा ने नवलगढ़ में हुए राजनीतिक बदलाव और हालिया घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “नवलगढ़ में चुने हुए चेयरमैन को हटाना लोकतंत्र की हत्या है। शेखावाटी क्षेत्र का ताना-बाना खराब नहीं होने दिया जाएगा। हम इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ हैं और इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने नवलगढ़ के हेरिटेज लुक को खत्म करने के प्रयासों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके खिलाफ संघर्ष किया जाएगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी और किसान नेता राजेश कटेवा ने भी अपनी बात रखी और कहा, “सीमेंट कंपनी में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए हमने संघर्ष किया है और किसानों के साथ हो रहे अत्याचार को सहन नहीं किया जाएगा और हम इसका विरोध करेंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि युवाओं के लिए रोजगार उनकी प्राथमिकता होगी।
सभा में नवलगढ़ क्षेत्र के नरेंद्र कड़वाल, राजेश पूनिया, उमेश सिंह, इब्राहिम पठान, इलियास खत्री सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। सभा के दौरान वक्ताओं ने किसानों और गरीबों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लिया ।
कार्यक्रम में उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और राजनीतिक मुद्दों को भी गंभीरता से संबोधित किया। सभी ने एकजुट होकर नवलगढ़ की संस्कृति और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प लिया।
जन आक्रोश सभा का आयोजन नवलगढ़ में हो रही अन्याय और शोषण के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन का आगाज माना जा रहा है, जिससे आने वाले समय में और भी बड़ी राजनीतिक प्रतिक्रियाओं की उम्मीद जताई जा रही है।