शेखावाटी यूनिवर्सिटी में UG-PG की फीस कम हुई:छात्र नेता राजू बिजारणियां बोले- SFI के संघर्ष की जीत हुई, स्टूडेंट्स के लिए लड़ाई जारी रहेगी
शेखावाटी यूनिवर्सिटी में UG-PG की फीस कम हुई:छात्र नेता राजू बिजारणियां बोले- SFI के संघर्ष की जीत हुई, स्टूडेंट्स के लिए लड़ाई जारी रहेगी
सीकर : पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी यूनिवर्सिटी (सीकर) के अंतर्गत पढ़ने वाले यूजी-पीजी के स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सेमेस्टर में बढ़ाई गई फीस वापस लेने का आदेश जारी किया है। फीस कम करने की मांग को लेकर छात्र संगठन एसएफआई एक साल से विरोध-प्रदर्शन कर रहा था। जिसके बाद आज यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने फीस कम करने का निर्णय लिया।
आर्ट्स कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष राजू बाजारणियां ने फीस कम करने को लेकर कहा- यह एसएफआई के लंबे संघर्ष की जीत हुई है। क्योंकि फीस कम करने की मांग को लेकर एसएफआई मजबूती के साथ पिछले एक साल से विरोध-प्रदर्शन कर रहा था। पिछले दिनों भी सीकर के कॉलेज व शेखावाटी यूनिवर्सिटी में विरोध-प्रदर्शन किया गया था। स्टूडेंट्स लगातार एसएफआई के साथ मजबूती से खड़े थे। आखिरकार एसएफआई के संघर्ष के आगे यूनिवर्सिटी को झुकना पड़ा और फीस कम करनी पड़ी। बिजारणियां ने कहा कि एसएफआई आगे भी इसी तरह से छात्रों के हक को और मुद्दों की लड़ाई लड़ेगी।
जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश डूडी ने बताया- शेखावाटी यूनिवर्सिटी में पिछले साल से सेमेस्टर प्रणाली लागू हुई है तब से शेखावाटी क्षेत्र के गरीब, किसान, मजदूरों के बच्चों से परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की जा रही थी। इस अवैध वसूली के खिलाफ छात्र संगठन एसएफआई सीकर, झुंझुनूं व नीमकाथाना के सभी कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ धरना, विरोध-प्रदर्शन कर रहा था। सेमेस्टर की फीस कम होना एसएफआई के संघर्ष का नतीजा है।
जिला उपाध्यक्ष राकेश मुवाल ने बताया कि इससे पहले यूजीसी सेमेस्टर की फीस 1300 रुपए थी। लेकिन अब आदेश जारी होने के बाद 1 हजार रुपए प्रति सेमेस्टर फीस देनी होगी। वहीं पीजी सेमेस्टर की फीस 1860 रुपए की जगह अब 1500 रुपए कर दी गई है। फीस कम होने के बाद यूनिवर्सिटी के अंतर्गत पढ़ने वाले हजारों छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। मुवाल ने बताया- फीस कम करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आज छात्र संगठनों के साथ बैठक की थी। जिसमें एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष जाखड़, शेखावाटी यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष विजेंद्र ढाका, जिला सचिव महिपाल सिंह गुर्जर सहित अनेक लोग शामिल हुए थे।