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आयुष्मान आरोग्य शिविर शुभारंभ के पहले ही दिन आंखों का विशेषज्ञ डॉक्टर गायब, घंटों करना पड़ा मरीजों को इंतजार, 961 लोगों ने शिविर का उठाया लाभ


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आयुष्मान आरोग्य शिविर शुभारंभ के पहले ही दिन आंखों का विशेषज्ञ डॉक्टर गायब, घंटों करना पड़ा मरीजों को इंतजार, 961 लोगों ने शिविर का उठाया लाभ

आयुष्मान आरोग्य शिविर शुभारंभ के पहले ही दिन आंखों का विशेषज्ञ डॉक्टर गायब, घंटों करना पड़ा मरीजों को इंतजार, 961 लोगों ने शिविर का उठाया लाभ

खेतड़ी नगर : राजस्थान सरकार की ओर से आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने को लेकर पीएचसी स्तर पर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर खेतड़ी उपखंड का प्रथम शिविर मंगलवार को गोठड़ा की शहीद धर्मपाल सैनी राउमावि में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तत्वाधान में शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि गोठड़ा सरपंच सरती देवी ने विधिवत रूप से फिता काट कर शिविर का शुभारंभ किया। शिविर के प्रथम दिन ही नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शिविर शुभारंभ होने के कुछ देर बाद ही शिविर से गायब हो गए। जिसके चलते शिविर में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीण दीपचंद ने बताया कि वह राज्य सरकार की ओर से लगाए गए आयुष्मान आरोग्य शिविर में आंखों की जांच के लिए गया था।

शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ के सुनी पड़ी सीट

इस दौरान वहां नेत्र रोग विशेषज्ञ डाक्टर नहीं मिलने से करीब तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा जिसके पश्चात नेत्र सहायक ने उसे परामर्श दिया। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की ओर से 15 दिसंबर को प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित होने वाले आयुष्मान आरोग्य शिविर को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई थी। जिसमे साफ निर्देशित किया गया था कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगने वाले शिविरों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाकर सुनिश्चित की जाए। जिसके निर्देश पर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हुई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में शिविर में विशेषज्ञ सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर उन्होंने उप जिला अस्पताल व अन्य स्थानों पर कार्यरत दंत विशेषज्ञ व नेत्र रोग विशेषज्ञ ओर उनके सहायकों की ड्यूटी लगाई गई थी।


फोटो: खेतड़ी नगर। शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ के सुनी पड़ी सीट

जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह जैसे ही शिविर का शुभारंभ हुआ शिविर में सभी चिकित्सा विभाग के कर्मचारी व अधिकारी पहुंच कर जांच शुरू कर दी, शिविर के आधे घंटे बाद ही राजकीय उप जिला अस्पताल में कार्यरत नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. एमएल रावत अपने सहायक को शिविर में छोड़ कर स्वयं वहा से नदारद हो गए। जिसके चलते शिविर में आंख जांच करवाने आएं लोगों को आई विशेषज्ञ की सेवाएं नहीं मिल पाई। दैनिक भास्कर संवाददाता ने जब ग्रामीणों की शिकायत पर मामले की जानकारी जुटाई तो सामने आया कि आई विशेषज्ञ डॉक्टर आयुष्मान आरोग्य शिविर को छोड़कर उप जिला अस्पताल में बैठे हुए है। इस संबंध में जब चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता की गई तो उसके पश्चात करीब दोपहर डेढ बजे आई विशेषज्ञ डा. एमएल रावत शिविर में पहुंचे। इस संबंध में जब डिप्टी सीएमएचओ डॉ केके शर्मा से बात की उन्होंने बताया कि शिविर में सहायकों को लगाया गया है। मामले की जानकारी मिलने पर विशेषज्ञ डॉक्टर को शिविर में भेज दिया, जबकि निदेशालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में साफ तौर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाने के निर्देशित किया गया था। शिविर प्रभारी डा. महेंद्र सैनी ने बताया कि शिविर में 961 लोगों ने लाभ लिया। शिविर गोठड़ा पीएचसी प्रभारी डा. रूपेश सैनी, पीएचसी प्रभारी मांदरी डा. नरेश सोलंकी, डा. श्यामलाल, आयुर्वेद डा. सीमा यादव, नेत्र चिकित्सक डा. एमएल रावत, सहायक कोमल, दंत रोग सहायक दीपक राणा, ने सेवाएं दी।

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