हाथ पर हाथ धरे बैठे अधिकारी, फिलहाल जूझना होगा जल संकट से, फरवरी तक नियमित सप्लाई की नहीं कोई उमीद
दस दिन का पानी बचा है मलसीसर के टैंक में, मचेगी त्राहि-त्राहि
झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर सहित जिले के 359 गांवों में जल्द ही पेयजल संकट बढ़ जाएगा। मलसीसर में बने स्टोरेज टैंक में मात्र दस दिन का पानी बचा है। फिलहाल आगे से पानी आने की कोई उमीद नहीं है। ऐसे में सर्दी के दौरान भी शहर और गांवों के लोग जल संकट से जूझेंगे।
दरअसल झुंझुनूं, मंडावा, बगड़, खेतड़ी, गोठड़ा सहित जिले के 359 गांवों में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के तहत कुंभाराम लिट कैनाल से आने वाला नहरी पानी सप्लाई किया जाता है। यह पानी तारानगर से मलसीसर में बने स्टोरेज टैंक में आता है, जहां उक्त गांवों में जलापूर्ति की जाती है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से मलसीसर स्टोरेज टैंक में पूरा पानी नहीं आ रहा। अधिकारियों की मानें तो उक्त गांवों में सप्लाई के लिए करीब 80 एमएलडी पानी की जरूरत है जबकि वर्तमान में 32 से 35 एमएलडी पानी ही मिल पा रहा है। इस कारण पहले शहर में रोजाना जलापूर्ति की जा रही थी जो अब एक दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है।
इतना सा बचा है पानी
मलसीसर के स्टोरेज टैंक की क्षमता 6300 एमएलडी पानी की है लेकिन वर्तमान में इसमें 1400 एमएलडी पानी ही बचा है। इसमें से पीने और सप्लाई योग्य पानी केवल 700 एमएलडी ही है। ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि इतने से पानी में 359 गांवों में रोजाना जलापूर्ति करना संभव नहीं है। पानी का यह स्टोरेज मात्र दस दिन का है। इस बीच आगे से पानी नहीं मिला तो हालात विकट हो सकते हैं। पानी मिला तो ही स्टोरेज बढ़ सकता है। फिर उस हिसाब से जलापूर्ति हो सकेगी।
इसलिए बताई पानी की कमी
बताया जा रहा है कि इन दिनों खेतों में सिंचाई का कार्य चल रहा है। तारानगर की तरफ ओपन कैनाल से पानी चोरी हो रहा है। इस कारण मलसीसर डैम तक पानी पहुंच ही नहीं पा रहा। ऐसे में जब तक सिंचाई का कार्य बंद नहीं होगा, तब तक पानी मिलना मुश्किल है। अधिकारियों का मानना है कि फरवरी तक ही मलसीसर डैम में पर्याप्त पानी आ पाएगा।
नहीं कोई प्लान
पानी की कमी जग जाहिर है लेकिन इस संकट से कैसे निपटा जाए, इसका फिलहाल कोई प्लान अधिकारियों के पास नहीं है। उनका सिर्फ इतना ही कहना है कि डैम में मौजूद दस दिन के पानी को ज्यादा से ज्यादा बीस दिन तक चला लिया जाएगा। साथ ही एक प्रेस नोट जारी कर शहरवासियों को पानी बचाने के उपाय बता दिए गए हैं।
इनका कहना है
नहरी पानी में कमी के कारण फिलहाल 48 घंटे से जलापूर्ति की जा रही है। मलसीसर डैम में पर्याप्त पानी आने पर ही नियमित सप्लाई शुरू हो सकेगी।
-शरद कुमार माथुर, अधीक्षण अभियंता, कुंभाराम लिट कैनाल प्रोजेक्ट