खेतड़ी : शहर में रविवार को एक श्वान ने घंटे भर में ही पांच लोगों को काट लिया, इससे लोग दहशत में थे। राजकीय अजीत उपजिला अस्पताल में 5 लोग एंटीरेबिज इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। इनमें 56 वर्षीय गीता देवी, 21 वर्ष की पूजा, 15 साल का दिवेश, 68 वर्षीय रामस्वरूप व 4 साल की पल्लवी को एंटीरेबिज इंजेक्शन लगाया गया।
लोगों की मानें तो इस श्वान ने राजकीय जयसिंह स्कूल के निकट और वार्ड नंबर 20 व 21 में पांच लोगों को दौड़ा दौड़ाकर अपना शिकार बनाया। रविवार देर शाम तक भी श्वान के नहीं पकड़े जाने के बारे में जानकारी के लिए नगरपालिका ईओ से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं की। लोगों ने इस संबंध में नगरपालिका प्रशासन पर आवारा श्वानों को पकड़ने के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
ऐसे करें पागल श्वान की पहचान : राजकीय अजीत उपजिला अस्पताल के डॉ. अक्षय शर्मा ने पागल श्वान की पहचान के कुछ टिप्स बताए हैं। उन्होंने बताया है कि पागल श्वान एक जगह पर नहीं बैठता। वह सीधा नहीं चलता है और उसे खाने पीने की सुध भी नहीं रहती है, इसी वजह से वह सूख जाता है और उसकी पूंछ भी सीधी हो जाती है। वह आड़ा तिरछा भागते हुए सामने जो भी मिलता है उसे काट लेता है।
डॉ. शर्मा ने कहा है कि किसी कुत्ते में इस तरह के लक्षण देखें तो उससे सावधान व सतर्क हो जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि श्वान काटने पर एंटीरेबिज इंजेक्शन ही बेहतर इलाज है। अस्पताल में यह टीका पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। श्वान के काटने पर तत्काल शरीर की प्रभावित जगह को साबुन या डिटॉल से धोएं और इसके बाद अस्पताल आकर एंटीरेबिज इंजेक्शन लगवा लें।