दो दशकों से टूटी सड़क, 8 गांव के लोग परेशान:चार साल पहले मुख्य सचिव भी बनाने के दे चुके निर्देश, सहायक अभियंता बोले- जल्द काम शुरू करेंगे
दो दशकों से टूटी सड़क, 8 गांव के लोग परेशान:चार साल पहले मुख्य सचिव भी बनाने के दे चुके निर्देश, सहायक अभियंता बोले- जल्द काम शुरू करेंगे
रींगस : रींगस में नेशनल हाईवे-52 से सिमारला जागीर गांव सहित एक दर्जन गांवों और ढाणियों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पिछले 20 साल से जर्जर हालत में है। सिमारला जागीर, जलालपुर, कोलवा, अरनियां, मूंडरू, सिग्यांवाली, टीबड़ावाली, और कुड़ियों वाली के लोगों में गहरा आक्रोश है। स्थानीय लोग जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं।
सड़क की खराब स्थिति के कारण लोगों को यातायात में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, आए दिन सड़क हादसों में लोग घायल हो रहे हैं।
स्थानीय निवासी हरिराम फौजी ने बताया- सड़क से डामर पूरी तरह से गायब हो चुका है, और खड्डे व कंकरीट से भरे मार्ग पर वाहन चलाना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। दुपहिया वाहन चालक अक्सर गिरकर घायल हो जाते हैं। यह सड़क सिमारला जागीर के अलावा खेजरोली, जलालपुर, कोलवा, अरनियां, और अन्य कई गांवों और अनगिनत ढाणियों को जोड़ती है। लंबे समय से जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से शिकायत की जा रही है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
लोगों का कहना है कि खराब सड़क के चलते वाहन चालक मार्ग पर जाने से पहले दुगना किराया वसूल रहे हैं। बनवारी लाल कुड़ी ने बताया, क्षतिग्रस्त सड़क के कारण यातायात व्यवस्था बाधित हो चुकी है। समस्या समाधान के लिए मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय विधायक तक शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। चुनाव के समय बड़े-बड़े दावे करने वाले जनप्रतिनिधि जीतने के बाद पूरी तरह से चुप्पी साध लेते हैं।”
चार साल पहले मुख्य सचिव के निर्देश भी रहे बेअसर
चार साल पहले राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने गांव का दौरा किया था। तत्कालीन सरपंच स्व. घांसीराम हरितवाल ने सड़क निर्माण की मांग की थी। मुख्य सचिव ने तत्कालीन जिला कलेक्टर को जल्द सड़कों के निर्माण का आदेश दिया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने दिया भरोसा
सार्वजनिक निर्माण विभाग, रींगस की सहायक अभियंता रेणु सहारण ने कहा- बजट घोषणा में सड़क निर्माण की घोषणा हो चुकी है। एक माह में वर्क ऑर्डर मिलने की संभावना है, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इससे क्षेत्रवासियों की समस्याओं का समाधान हो सकेगा।