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आबादी क्षेत्र में आए दिन आते हैं भोजन पानी की तलाश में पैंथर, ग्रामीणों में दहशत


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आबादी क्षेत्र में आए दिन आते हैं भोजन पानी की तलाश में पैंथर, ग्रामीणों में दहशत

जहाज में भोजन पानी की तलाश में घूमता पैंथर इनसेट पैंथर के द्वारा घायल किया श्वान।

पचलंगी : मनसा माता के पहाड़ों में विकसित हो रही पैंथर सफारी जहां लोगों के लिए अच्छा संदेश है। वहीं वन विभाग के द्वारा पैंथर सफारी में पैंथर सहित अन्य जानवरों के लिए समुचित खाने व पीने की व्यवस्था नहीं करने पर यह आए दिन आबादी क्षेत्र में घुस जाते हैं। शुक्रवार देर रात्रि को एक पैंथर जहाज गांव की मेघवाल बस्ती में आबादी क्षेत्र में घुस गया। पैंथर ने एक कुत्ते को शिकार बना लिया। ग्रामीणों की जाग होने पर कुत्ता बच तो गया। लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जहाज गांव की सरपंच कविता सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि आए दिन पैंथर सहित अन्य हिंसक जानवर जंगल से आबादी क्षेत्र में आकर मवेशियों को शिकार बनाते हैं। वन विभाग के उच्च अधिकारियों को बार-बार अवगत करवाने के बाद में भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं। इन दिनों जंगली जानवरों ने क्षेत्र में लगभग 5-6 मवेशियों को शिकार बना लिया। लेकिन रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद में भी वन विभाग के द्वारा पशुपालकों को कोई मुआवजा नहीं मिला।

मुआवजे की लंबी प्रक्रिया –

सरपंच कविता सैनी जहाज, कैलाश सैनी, श्रीराम सैनी सहित अन्य लोगों का कहना है कि पैंथर से जहां ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। वहीं पर पैंथर से शिकार हुई मवेशियों के मुआवजे की प्रक्रिया भी बहुत लंबी है। जिसके कारण पशुपालक कागजी प्रक्रिया में ही उलझे रहते हैं। उनको मुआवजा नहीं मिलता

इनका कहना है-

पैंथर सहित अन्य जानवर भोजन पानी की तलाश में इधर-उधर घूमते हैं। जंगल क्षेत्र के समीप आबादी क्षेत्र भी होने के कारण यह कई बार आबादी क्षेत्र में आ जाते हैं। वन विभाग के द्वारा चार दिवारी व तारबंदी कर सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। कहीं कोई अव्यवस्था है तो वहां सुधार किया जाएगा।

-विनोद यादव, वनरक्षक मनसा माता वन चौकी उदयपुरवाटी।

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