शादी के पैसे देने के लिए पीड़ित ने मां व भाभी के नाम पर उठाया था लोन, कुछ ब्याज पर लिए थे…
दलालों ने 3 लाख लिए, विवाहिता को कुंवारी बता करा दी युवक से शादी, 3 दिन बाद भागी दुल्हन

सीकर : शादी कराने के नाम पर तीन लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इसमें दलालों ने एक विवाहिता को अविवाहित बताकर उसकी युवक से शादी करवा दी। बदले में तीन लाख रुपए हड़प लिए। जब दूल्हा व उसके परिवार के लोग सो रहे थे, तब दुल्हन अपने पहले वाले पति के साथ फरार हो गई। दूल्हा व उसके परिजन जागे तो दुल्हन नहीं मिली। इसके बाद पीड़ित युवक ने संबंधित युवती व दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा कराया है।

रींगस पुलिस के अनुसार रमेश कुमार ने रिपोर्ट दी है कि वह मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता है। उसकी शादी नहीं हो रही थी। इसी दौरान मूलचंद व कमलेश उसके पिता के पास आए और झांसा दिया कि उनकी पहचान की एक अविवाहित लड़की है। उसकी शादी रमेश के साथ करवा देंगे। बदले में उन्हें तीन लाख रुपए देने होंगे। इस पर रमेश के पिता ने शादी करवाने से इनकार कर दिया। आरोप है कि इसके कुछ दिनों बाद मूलचंद व कमलेश ने रमेश के पिता को झांसे में ले लिया और यूपी निवासी युवती निशा से रमेश की शादी कराने का विश्वास दिलाया। आरोपियों ने कहा कि लड़की दूर की है, इसलिए उसकी शादी यहां खाटूश्यामजी में ही करवा देंगे। इसके बाद मूलचंद व कमलेश ने रमेश से शादी के बदले तीन लाख रुपए ले लिए। बाद में निशा नाम की युवती को रमेश के साथ उसके घर भेज दिया।
रमेश ने पुलिस को बताया कि निशा उसके घर तीन दिन तक रही। इसके बाद रमेश व परिवार के लोग सो रहे थे तो निशा रमेश के घर से फरार हो गई। अगले दिन रमेश ने दलाल मूलचंद व प्रहलाद से निशा के बारे में पूछताछ की। तब आरोपियों ने बताया कि निशा अपने पहले पति के साथ चली गई है। इसके बाद रमेश व उसके पिता को ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने मुकदमे में निशा, मूलचंद, गिरधारीलाल, प्रहलाद व कमलेश को नामजद किया है। पुलिस उनकी खोजबीन कर रही है। शादी करवाने का झांसा देकर रुपए हड़पने वालों के कई गिरोह जिले में सक्रिय हैं। गिरोह से जुडे़ दलालों ने दूसरे राज्यों की युवतियांे से सांठगांठ कर रखी है।
फोटो नहीं खींचने की शर्त रखी व सर्टिफिकेट बनाने का झांसा दिया
पीड़ित रमेश ने बताया कि निशा से उसकी शादी हो जाने के बाद दलालों ने उसे शादी का सर्टिफिकेट बनाकर देने का झांसा दिया था। इसके अलावा दलालों ने निशा का फोटो नहीं खींचने की शर्त रखी थी। इसलिए वे लोग निशा का फोटो भी नहीं खींच पाए।
निशा के फरार होने के बाद रमेश ने दलालों से संपर्क कर उसके तीन लाख रुपए वापस मांगे तो वे लौटाने का आश्वासन देते रहे। इसके बाद मुकर गए और अब उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।
पीड़ित रमेश का कहना है कि शादी के लिए उसने दलालों को तीन लाख रुपए देने के लिए अपनी मां व भाभी के नाम से बैंक से लोन उठाया था। इसके अलावा डेढ़ लाख रुपए तीन रुपए सैकड़ा के हिसाब से लोगों से उधार लिए थे।