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9वें आयुर्वेद-दिवस को मनाया जाएगा ‘आयुर्वेद नवाचार’ की थीम पर:आयुष मंत्रालय कर रहा ‘प्रकृति परीक्षण’ की तैयारी; राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने गिनाई 100 दिनों की उपलब्धियां


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9वें आयुर्वेद-दिवस को मनाया जाएगा ‘आयुर्वेद नवाचार’ की थीम पर:आयुष मंत्रालय कर रहा ‘प्रकृति परीक्षण’ की तैयारी; राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने गिनाई 100 दिनों की उपलब्धियां

9वें आयुर्वेद-दिवस को मनाया जाएगा 'आयुर्वेद नवाचार' की थीम पर:आयुष मंत्रालय कर रहा 'प्रकृति परीक्षण' की तैयारी; राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने गिनाई 100 दिनों की उपलब्धियां

जयपुर : जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की 100 दिन की उपलब्धियां पर प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ। प्रेस वार्ता को कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, कुलसचिव प्रोफेसर अनीता शर्मा, उपनिदेशक प्रशासन चंद्रशेखर शर्मा और मीडिया प्रभारी डॉ राकेश नगर ने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर में विगत 100 दिनों में आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ बड़ी संख्या में आमजन को दिया गया है। जिसके अंतर्गत OPD में 35,629 नए रोगी और 57359 पुराने रोगी कुल 92988 रोगियों ने स्वास्थ्य परामर्श लिया है। वहीं IPD में 1756 नए रोगी और 18624 पुराने रोगी कुल 20380 रोगीयों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है। उत्तर पश्चिम रेलवे प्रधान कार्यालय जयपुर की संयुक्त अध्यक्षता में 28 अगस्त, बुधवार को आयोजित राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (मानद विश्वविद्यालय) जयपुर को वर्ष 2023-2024 के दौरान सरकारी कामकाज में राजभाषा हिंदी का सर्वाधिक उपयोग करने के लिए केन्द्र सरकार के कार्यालय के “क” वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ’वैजयंती राजभाषा शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र’ देकर सम्मानित किया गया।

1000 फलदार पोधों को लगाकर ‘मातृ वन‘ की स्थापना

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के द्रव्य गुण विज्ञान विभाग द्वारा एक पेड माँ के नाम अभियान के अंतर्गत जग्गा की बावड़ी स्थित धन्वंतरि उपवन में 1000 फलदार पोधों को लगाकर ‘मातृ वन‘ की स्थापना की गई। पर्यावरण को स्वच्छ रखने, अधिक से अधिक औषधियों के माध्यम से आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा एवं रिसर्च ओर देहदानियों की स्मृति में 20 एकड़ के उपवन में हर्बल गार्डन, ज्योतिषिय गार्डन, महर्षि दधिची गार्डन को बनाया गया है।

29 अक्टूबर को 9वें आयुर्वेद दिवस को “वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार” के रूप में मनाया जाएगा

आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर की ओर से 29 अक्टूबर को 9वें आयुर्वेद दिवस को “वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार” के रूप में मनाया जाएगा। आयुर्वेद दिवस के माध्यम से आमजन के स्वास्थ्य के लिये आयुर्वेद चिकित्सा और योग की जानकारी देने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य और जन जागरूकता कार्यक्रमों को किया जा रहा है। कार्यक्रमों और गतिविधियों के अंतर्गत कार्यालय और संस्थाओ में 50 से अधिक योगाभ्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम किए गए है ओर निःशुल्क आयुर्वेद स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए हैं। आयुर्वेद दिवस के अंतर्गत देश और प्रदेश की विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थी राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में आयुर्वेद चिकित्सा और संस्थान द्वारा आमजन के स्वास्थ्य के लिए किए जाने वाले कार्यों और संस्थान में शैक्षणिक जानकारी ले रहे है।

कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, कुलसचिव प्रोफेसर अनीता शर्मा, उपनिदेशक प्रशासन चंद्रशेखर शर्मा।
कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, कुलसचिव प्रोफेसर अनीता शर्मा, उपनिदेशक प्रशासन चंद्रशेखर शर्मा।

विगत 100 दिनों में विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से 03 देह मिली

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के शरीर रचना विज्ञान विभाग ने आयुर्वेद चिकित्सा में अध्ययन और रिसर्च करने वाले विद्यार्थीयों के लिए महर्षि दधिची देहदान कार्यक्रम के अंर्तगत विगत 100 दिनों में विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से 03 देह मिली है। अब तक कुल 30 देह संस्थान को मिल चुकी है।

गांवों और शहरों में कुल 28 शिविर लगाए

पोषण माह कार्यक्रम के अंर्तगत विगत 100 दिवस में प्रदेश के विभिन्न गांवों में 7 शिविर लगाए गए है, जिनके अंतर्गत 1850 लाभार्थियों को निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ दिया गया है। आयुर्वेद स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर द्वारा विगत 100 दिनों में चल चिकित्सा शिविर के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न गांवों और शहरों में कुल 28 शिविर लगाए गए है। शिविरों के माध्यम से 12098 लोगों को निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श और औषधियां वितरित की गई हैं।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के अंतर्गत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान पंचकूला, हरियाणा को संचालित किया जा रहा है

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के अंतर्गत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान पंचकूला, हरियाणा को संचालित किया जा रहा है। यहां चिकित्सकों, नर्सिग और अन्य पदों पर नियुक्ति कि गई है साथ ही BAMS के प्रथम बैच के अंतर्गत प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को अध्ययन करवाया जा रहा है। यह संस्थान 250 बिस्तरों वाले अस्पताल और आयुर्वेद में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के साथ एक शीर्ष स्तरीय शिक्षण और अनुसंधान सुविधा के रूप में कार्य करेगा। वर्तमान में आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ देने के लिये ओपीड़ी का संचालन किया जा रहा है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में नई तकनीक के समावेश से रोगों के निदान के लिये रिसर्च और एकेडमिक को बढ़ावा देने के लिये जापान के सुकुबा विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान का दौरा किया। आयुर्वेद चिकित्सा के माध्यम से आमजन के मानसिक स्वास्थ्य के लिये राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के अस्पताल में ‘‘मानसिक स्वास्थ्य इकाई” का शुभारम्भ किया गया। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद आयोग (NCISM) द्वारा वैज्ञानिक लेखन, अनुसंधान अखंडता और प्रकाशन नैतिकता पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में चिकित्सकों, शिक्षकों के लिए 3 दिवसीय पीजी गाइड अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में किया गया। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के पंचकर्म विभाग द्वारा विभिन्न रोगो का निदान किया जा रहा है। आमजन को पंचकर्म का अधिक से अधिक लाभ देने के लिये ऋतु परिवर्तन के अनुसार निशुल्क बस्ती कर्म चिकित्सा शिविर ओर विरेचन चिकित्सा कर्म शिविर का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान मानद विश्वविद्यालय में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राईट विषय पर 5 ओर 6 जुलाई को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, प्रमोशन एंड मैनेजमेंट सेल (सीआईपीएएम), डीपीआईआईटी, भारत सरकार, आईपीआर और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सेल के साथ संयुक्त रूप से किया गया।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर द्वारा विगत 100 दिनों में आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ देने, देश-विदेश से आयुर्वेद में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों और संस्थान के चिकित्सकों, शिक्षकों के विभिन्न रोगों के निदान में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिये सभी विभागों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सी.एम.ई एवं अन्य कार्येशालाओं, व्याख्यानों का आयोजन किया गया है। आमजन में आयुर्वेद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की जागरूकता के लिए निशुल्क कैंसर, हृदय, मानसिक स्वास्थ्य के साथ विभिन्न रोगों की जागरूकता और चिकित्सा के लिए विभिन्न निशुल्क परामर्श और जांच शिविर लगाए हैं।

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