अंगद ने रावण दरबार में जमाया पांव, गिलहरी ने राम सेतु बनाने में किया सहयोग
अंगद ने रावण दरबार में जमाया पांव, गिलहरी ने राम सेतु बनाने में किया सहयोग

खेतड़ी नगर : श्री सनातन धर्म समिति के तत्वाधान में केसीसी के रामलीला मैदान में चल रही दस दिवसीय रामलीला महोत्सव के सातवें दिन बुधवार को विभीषण शरणागत, राम सेतु निर्वाण व अंगद-रावण संवाद का मंचन किया गया। रामलीला के मुख्य अतिथि धर्मपाल कुमावत थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में कमलेश देवी, प्रियंका पारीक, संजू मौजूद थी। लीला में विभीषण द्वारा लंकापति रावण को समझाने का प्रयास किया तो रावण ने अपने भाई विभीषण को दरबार से लात मारकर निकाल दिया, विभिषण श्री राम की शरण में चले गए जहा पर भगवान श्री राम ने विभिषण को अपना मित्र बनाते हुए लंका का राजा घोषित कर दिया व नल और नील द्वारा रामसेतु निर्माण का मंचन किया गया। राम सेतु के निर्माण में गिलहरी द्वारा किए गए सहयोग का वर्णन किया गया। लीला के अंत में भगवान राम ने रावण को समझाने के लिए अंगद को दुत बनाकर भेजा, लेकिन रावण अपनी हठधर्मिता पर अड़ा रहा तो अंगद ने रावण के सामने शर्त रखी की अगर लंका का कोई भी योद्धा उसके पांव को हिला देगा तो भगवान राम की तरफ से हार स्वीकर कर लुगा, यह सुन कर लंका के सभी यौद्धा अंगद के पांव को हिला नही पाए तो रावण स्वय उठ कर अंगद के पांव को उठाने के लिए आया तो अंगद ने अपना पांव हटाते हुए कहा कि सेवक के पांव पकड़ने से अच्छा है अपना अंहकार छोड़ कर भगवान श्री राम के पांव पकड़ कर क्षमा मांग ले का मंचन किया।
राम का किरदार संजय जिंदड़, लक्ष्मण का हिमांशी, सीता का राजेश नारवाल, हनुमान का राजू चौहान, रावण का चुन्नीलाल, विभिष्ण का नेमीचंद कुमावत, मेघनाथ का तिपेश जांगिड़, सुग्रीव मनोहरलाल, अंगद हरीश शर्मा, समुंद्र देव का नरेश मीणा, गिलहरी बाल कलाकार दीपक, डांसर बबली, सुनिल फाईटर ने चिफ डायरेक्टर राजकुमार जलंद्रा, मुरारी कर्मचंदानी व नारू के निर्देशन में लीला का मंचन किया। इस मौके पर अभिषेक पारीक, राजेश डाढेल, मातादीन शर्मा, मुकेश मीणा, रमेश कुमार, राधा कृष्ण, घनश्याम दास, मेकअप मैन एनके कोशिक, अमिलाल जांगिड़, विजेश शर्मा, महेश शर्मा, अमीत ठोलिया, रामवीर चेनजा, राजकुमार मरोड़िया, मुकेश अग्रवाल, हिम्मत बंसल, अनिल सहित हजारों की तादाद में लोगो ने लीला का आनंद उठाया। संचालन विमल शर्मा ने किया