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एसओजी ने पेपर जालसाजी में दो क्रिमिनल को किया अरेस्ट:इनामी बदमाश को दी थी शरण, बचाने के लिए की थी रुपयों की व्यवस्था


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एसओजी ने पेपर जालसाजी में दो क्रिमिनल को किया अरेस्ट:इनामी बदमाश को दी थी शरण, बचाने के लिए की थी रुपयों की व्यवस्था

एसओजी ने पेपर जालसाजी में दो क्रिमिनल को किया अरेस्ट:इनामी बदमाश को दी थी शरण, बचाने के लिए की थी रुपयों की व्यवस्था

जयपुर : राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने शुक्रवार को दो क्रिमिनल को अरेस्ट किया है। दोनों क्रिमिनल ने पेपर जालसाजी मामले में इनामी बदमाश को बचाने के लिए मदद की थी। फरारी के दौरान उसे पैसों की व्यवस्था कर बचाने की कोशिश में लगे थे। एसओजी टीम गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एडीजी (एसओजी) वीके सिंह ने बताया- गिरफ्तारी आरोपी कुलदीप मीणा (27) पुत्र हरिमन मीणा निवासी सुमित विहार जगतपुरा रामनगरिया और सतीश चन्द्र मीणा (34) पुत्र भेरुराम मीणा निवासी बगराना आगरा रोड को अरेस्ट किया है। एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में मूल कैंडिडेट की जगह डमी कैंडिडेट बैठाकर आरोपी दीपक कुमार मीणा ने एग्जाम पास करवाई थी। दीपक कुमार मीणा ने खुद की जगह डमी कैंडिडेट बैठकार एसआई का एग्जाम पास किया था।

जांच में दीपक कुमार मीणा और गैंग के सरगना मनीष कुमार मीणा, दिनेश कुमार मीणा और महेश कुमार मीणा व रोशन लाल मीणा के साथ तीन भर्ती परीक्षाओं में 6 कैंडिडेट की जगह डमी कैंडिडेट बैठाकर एग्जाम पास करवाकर चयनित होना सामने आया। इस सभी एग्जाम में आरोपी रोशन लाल मीणा डमी कैंडिडेट बनकर बैठा था, जिसे पूर्व में अरेस्ट कर लिया गया।

मामले में दीपक कुमार मीणा के फरार चलने पर 10 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। दीपक की फरारी के दौरान कुलदीप मीणा ने उसे अपने घर पर शरण दी। छिपने के साथ ही रुपए देकर दीपक की मदद की। रेलवे में कार्यरत सतीश मीणा ने रिश्तेदार दीपक की फरारी कटवाने में मदद की। 21 सितम्बर को सतीश से वॉट्सऐप कॉल कर दीपक ने 5 लाख रुपए मांगे। जिसे हवाले के जरिए दीपक तक पहुंचाने की कोशिश के दौरान ही एसओजी ने दीपक को पकड़ लिया।

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