खेतड़ी को जिला बनाने की मांग उठी, जिला पुनर्गठन समिति संयोजक दिलावर को जयपुर में सौंपा ज्ञापन
जब तक खेतड़ी को जिला नहीं बनाया जाता है तब तक झुंझुनूं जिले में शामिल रखा जाए

खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री व जिला पुनर्गठन समिति संयोजक मदन दिलावर को जयपुर में ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया है कि सन 1992 में ही खेतड़ी को जिला बनाने का निर्णय हो चुका था। लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकारों की दुर्भावना के चलते इसे जिला बनाने से वंचित रखा गया। खेतड़ी को जिला बनवाने के लिए 1952 से ही प्रयास और मांग की जा रही है। गत दिनों खेतड़ी के सर्व समाज, सर्वदलों को साथ लेकर 38 दिनों तक अनशन किया और कांग्रेस की गहलोत सरकार के खिलाफ जन आंदोलन भी किया गया था।
भाजपा की सरकार बनाने में विधायक बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। खेतड़ी के राजा बहादुर सरदार सिंह संविधान सभा के सदस्य, राज्यसभा के तत्कालीन सांसद रहे। खेतड़ी में तांबा परियोजना, पैंथर अभ्यारण, जिला परिवहन कार्यालय, एडीजी न्यायालय मौजूद हैं।
ज्ञापन में सिंघाना, सूरजगढ़ उदयपुरवाटी को साथ मिलाकर खेतड़ी को जिला बनाने की मांग की गई है। खेतड़ी वर्तमान में 500 करोड़ से अधिक व का राजस्व राज्य सरकार को देती रही है। जिला बनने की सभी योग्यताएं पूर्ण करती है। मांग की व गई है कि जब तक खेतड़ी को जिला नहीं बनाया जाता है तब तक झुंझुनूं जिले में शामिल रखा जाए। ज्ञापन देने वालों में धर्मेंद्र सिंह तोमर, राजेंद्र महरिया जसरापुर, व सुरेश भदोरिया, राजेश कुमार, शीशपाल, प्रकज, मुमताज, रमेश व आदी मौजूद थे।