जयपुर : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- भजनलाल सरकार भ्रमण (घूमने), भाषण और भ्रमित करने का काम कर रही है। हम सातों सीटों के 77 मंडलों में जाकर कार्यकर्ताओं के जरिए जनता को इस सरकार का असली चेहरा दिखाने का काम करेंगे।
वहीं नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने सरकार के कामों को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा- सरकार को बने 9 महीने हो गए हैं। 9 महीने में तो बच्चा भी जन्म ले लेता है, लेकिन इनका रिव्यू पूरा नहीं हुआ है।
दरअसल, विधानसभा की 7 सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर बुधवार को पीसीसी वॉर रूम में बैठक आयोजित की गई। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डोटासरा और जूली ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
डोटासरा बोले- सीएम को खुद नहीं मालूम कितनी भर्तियां हुई
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस उप चुनाव में सभी 7 सीटें जीतेगी, क्योंकि 9 महीने में सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। पर्ची सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। मुख्यमंत्री के 1 साल में 1 लाख नौकरियां देने के बयान पर डोटासरा ने कहा- सीएम को कोई पर्ची पकड़ा देता है और वो बोल देते हैं। उन्हें खुद नहीं पता कि अब तक कितनी नौकरियां दे दी हैं।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा यह बताए कि उन्होंने सरकार बनने के बाद कितनी विज्ञप्ति निकाली। ये तो हमारी आयोजित करवाई गई परीक्षाओं में नियुक्ति देने का काम कर रहे हैं।
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा-
जिले खत्म करके देखें, जनता सबक सिखा देगी
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार द्वारा नए जिलों के रिव्यू के सवाल पर कहा- यह सरकार हमारे फैसलों का रिव्यू करने के सिवाय कोई काम नहीं कर रही। हमने गरीब बच्चों की अंग्रेजी में पढ़ाई के लिए महात्मा गांधी स्कूल खोले, यह उसका रिव्यू कर रहे हैं।
हमने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा कॉलेज खोले, यह उसका रिव्यू कर रहे हैं। हमने 17 नए जिले बनाकर आमजन को राहत पहुंचाने का काम किया। यह उसका भी रिव्यू कर रहे हैं। मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर इनका रिव्यू कब पूरा होगा। सरकार को बने 9 महीने हो गए हैं। 9 महीने में तो बच्चा भी जन्म ले लेता है, लेकिन इनका रिव्यू पूरा नहीं हुआ। उन्हें जो करना है करें, फैसला लें। एक बार जिले खत्म करके तो देखें। इससे इनको वोट नहीं मिलने वाले हैं, उल्टा जनता इन्हें सबक सिखा देगी।
मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर इनका रिव्यू कब पूरा होगा। ~ टीकाराम जूली नेता प्रतिपक्ष
रामगढ़ सीट समेत 7 सीटों पर उपचुनाव
प्रदेश में झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, चौरासी, खींवसर की सीट विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण खाली हुई थी। जबकि सलूंबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा और रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन के कारण खाली हुई है।
2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान भी रामगढ़ सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह की चुनाव प्रचार के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। कुछ समय बाद चुनाव हुए थे, जिसमें जुबेर खान की पत्नी सफिया जुबेर ने जीत हासिल की थी। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जुबेर खान ने जीत हासिल की थी, लेकिन बीमारी के कारण उनका निधन हो गया।
इन 7 में से भाजपा के पास एक ही सीट
सात सीटों में से बीजेपी के पास एक ही सीट थी। लोकसभा चुनाव जीतने से से खाली हुई 5 सीटों में 3 कांग्रेस, एक आरएलपी और एक बीएपी के पास थी।
झुंझनूं से बृजेंद्र ओला, देवली उनियारा से हरीश मीणा, दौसा से मुरारीलाल मीणा कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे, अब सांसद बन चुके हैं। चौरासी से बीएपी नेता राजकुमार रोत और खींवसर से आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल विधानसभा चुनाव जीते थे।
रामगढ़ से कांग्रेस के जुबेर खान विधायक थे, जबकि सलूंबर सीट से भाजपा के अमृतलाल मीणा विधायक थे। इन दोनों विधायकों का निधन हो गया है।
लोकसभा चुनावों के बाद बदला दलीय गणित
विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 115, कांग्रेस ने 70, बीएपी ने 3, बसपा ने 2, आरएलपी 1, आरएलडी ने 1 और निर्दलीयों ने 8 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनावों से पहले बागीदौरा से कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत मालवीय ने इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन कर ली थी।
मालवीय के इस्तीफे से खाली हुई सीट पर बीएपी के जयकृष्ण पटेल जीत गए, कांग्रेस के 3 विधायकों के सांसद बन जाने और एक विधायक के निधन के बाद अब विधानसभा में कांग्रेस की सीटें 65 रह गई हैं। बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन से बीजेपी के विधायक 114 रह गए। बेनीवाल के सांसद बनने से अभी आरएलपी का कोई विधायक नहीं है।