सादुलपुर : महिला अधिकारिता विभाग चूरू के उपनिदेशक विप्लव न्यौला वला के निर्देशानुसार महिला अधिकार फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा घरेलू हिंसा पर कार्यशाला का आयोजन जिले की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था आर एस मेमोरियल स्कूल सादुलपुर के सभागार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयप्रकाश, संरक्षण अधिकारी, महिला अधिकारिता विभाग, चूरू आर एस मेमोरियल शिक्षण समूह के संस्थापक महावीर सिंह शेखावत, ज्ञान प्रकाश व महिला अधिकार फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण स्वामी थे। कार्यक्रम की शुरुआत बालिकाओं ने सरस्वती वंदना से की। संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश ने कहा कि आज भी समाज में महिलाओं पर घरेलू हिंसा एवं अत्याचार हो रहे हैं। घर में महिलाओं को लड़का होने पर ताना देना, दहेज के लिए ताना देना, पुत्र द्वारा भी अपनी मां को सताना इत्यादि घरेलू हिंसा की श्रेणी में आता है। उन्होंने बालिकाओं से आह्वान किया कि आपके आसपास कहीं भी किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा दिखाई दे इसकी सूचना आप राजगढ़ के महिला परामर्श केंद्र में दे सकते हैं।
महिला सुरक्षा सलाह केंद्र, राजगढ़ की विधि परामर्शदाता हिमांशु ने बताया कि महिला सुरक्षा परामर्श केंद्र राजगढ़ में कोई भी पीड़ित महिला पुलिस थाना राजगढ़ में उपस्थित होकर अपना परिवाद देकर निःशुल्क सहायता प्राप्त कर सकती है। महिला अधिकार फाउंडेशन ट्रस्ट हनुमानगढ़ द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियों पर शाला की छात्राओं बुलबुल पुत्री दिनेश कुमार, चंचल पुत्री राजेश कुमार, शर्मिला पुत्री मोहनलाल प्रजापत, धोनी पुत्री बलवंत कुमार एवं मुस्कान को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। आरती, जानवी, कनिष्का एवं परी के द्वारा आज गर्भ में चीख रही है बेटी हिंदुस्तान की ….गायन पर सभी को इस विषय पर सोचने के लिए विवश कर दिया।
इस अवसर पर शिक्षाविद महावीर सिंह शेखावत, संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश, ज्ञान प्रकाश, महिला अधिकारिता विभाग, चूरू, लक्ष्मी नारायण स्वामी, अध्यक्ष, महिला अधिकार फाउंडेशन ट्रस्ट, महिला सुरक्षा सलाह केंद्र राजगढ़ की परामर्शदाता, मंजू, सामाजिक परामर्शदाता, हिमांशु, विधि परामर्शदाता सहित प्रधानाचार्य डॉ. राजेंद्र सिंह शेखावत, उपप्रधानाचार्य मांगीलाल स्वामी, सुमन कंवर, कृष्णा सोनी, पूजा प्रजापत, मीनाक्षी वर्मा, मोनिका पुनियां, पिंकी एवं एकता नाई विद्यालय की अन्य अध्यापिकाएं एवं वार्ड की महिलाएं उपस्थिति रही। संस्था निदेशक एम.एस. शेखावत ने पधारे हुए अतिथियों का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राजगढ़ में आपके इस कदम से आवश्यक रूप से राजगढ़ की माताओं, बहनों एवं बेटियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में बेटे का सम्मान है घर में बेटी का कोई मान नहीं, हे प्यारे इंसान बता दे बेटी क्या संतान नहीं…. गायन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का अपना संदेश दिया।