जयपुर को मिलेगी प्रदेश की पहली टाइगर सफारी:8 किमी ट्रैक वाली सफारी में नागपुर से आ रहे हैं टाइगर, यहां से भेजेंगे भेड़िया व लकड़बग्घा
जयपुर को मिलेगी प्रदेश की पहली टाइगर सफारी:8 किमी ट्रैक वाली सफारी में नागपुर से आ रहे हैं टाइगर, यहां से भेजेंगे भेड़िया व लकड़बग्घा

जयपुर : डेढ़ साल पहले जयपुर ने ‘टाइगर सफारी’ का जो सपना देखा, वो अब लगभग पूरा हो गया है। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के समीप 30 हैक्टेयर क्षेत्र में यह सफारी तैयार की है। इसके एंट्री गेट पर पत्थर की दो बड़ी शिला रख दी गई हैं, जिन पर जल्द ही उद्घाटन की तारीख अंकित की जाएगी। जेडीए ने करीब चार करोड़ रुपए की लागत से इसे तैयार किया है। इस सफारी को हूबहू लॉयन सफारी की तरह तैयार किया है। इनके बीच कुछ ही दूरी का फासला है। एंट्री टिकट की रेट फिलहाल फाइनल नहीं हुई है, लेकिन अनुमानित रेट 250 से 300 रुपए प्रति व्यक्ति रहेगी।
वही सफारी का समय करीब 30 से 40 मिनट रहेगा। फिलहाल लॉयन सफारी के 250 रुपए प्रति व्यक्ति लिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि नागपुर से टाइगर आते ही जयपुर को यह पांचवीं सफारी मिल जाएगी। पांच सफारी वाला जयपुर देश का इकलौता शहर होगा। झालाना में लेपर्ड, आमागढ़ में लेपर्ड, आमेर में एलिफेंट और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन सफारी पहले से चल रही है।
सफारी को रोमांचक बनाने के लिए नालों और पहाड़ों से रास्ते बनाए हैं
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में फिलहाल 4 बड़े टाइगर (मेल-फीमेल) और 2 शावक (पिछले माह जन्मे) हैं। शावकों को फिलहाल नियो केयर यूनिट में रखा गया है। अगस्त के पहले वीक में जोड़ा जयपुर लाया जाएगा। एक्सचेंज में जयपुर से भेड़िया और लकड़बग्घा नागपुर भेजे जाएंगे।
आज रवाना हो सकता है टाइगर का जोड़ा
वन विभाग को सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ दिल्ली से टाइगर लाने की स्वीकृति मिलने के बाद टीम बुधवार को टाइगर का जोड़ा लेने रवाना हो सकती है। यह सफारी नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शुरू होगी। यह जोड़ा महाराष्ट्र के गोरेवाला जू से लाया जा रहा है। उप वन संरक्षक जगदीश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इसमें 2 गुफाएं बनाई गई हैं। जहां टाइगर को नेचुरल हैबिटेट मिले। यहां 5 वाटर बॉडीज हैं। इनमें से 3 मेन मेड और 2 नेचुरल हैं। अभी जयपुर में लॉयन सफारी हो रही है। पहली बार टाइगर सफारी शुरू करने जा रहे हैं। यह सफारी खुली जिप्सी के बजाय बंद गाड़ी में होगी।
टाइगर के लिए तैयार की वाटर बॉडी
- 5 सफारी वाला जयपुर देश का इकलौता शहर होगा, यहां टाइगर्स के छुपने के लिए 2 गुफाएं बनाई हैं
- सफारी में वन्यजीवों के लिए 2 पक्की वाटर बॉडी बनाई गई हैं