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‘‘शहादत को सलाम‘‘ कार्यक्रम में हुआ कारगिल शहीद की वीरांगनाओं एवं योद्धाओं का सम्मान


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‘‘शहादत को सलाम‘‘ कार्यक्रम में हुआ कारगिल शहीद की वीरांगनाओं एवं योद्धाओं का सम्मान

"राज्यसभा सांसद बोले- काश मैं भी झुंझुनूं में पैदा होता:कारगिल विजय दिवस पर 130 योद्धाओं और वीरांगनाओं को किया सम्मानित कार्यक्रम स्थल पर शहीदों की याद में बनाये गये मेमोरियल पर सभी अतिथियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी। देश नफरत से नहीं मोहब्बत से चलता है - इमरान प्रतापगढ़ी, कारगिल युद्ध में मुस्लिम टुकड़ी का बहुत बड़ा योगदान - ब्रिगेडियर अजीत सिंह, झुंझुनूं जिला गंगा जमुनी तहजीब का बहुत बड़ा संगम - एम.डी. चोपदार।

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अंसार मुज़्तर

झुंझुनूं : कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर डॉ. सलाउदीन चौपदार फाउंडेशन की ओर से शहर के कर्बला मैदान में शेखावटी के कारगिल योद्धा, वीरांगना व गेलेन्ट्री अवार्ड प्राप्त जवानों का सम्मान किया गया।

स्थित कर्बला मैदान में डॉ. सलाऊदीन चोपदार फाउंडेशन के तत्वाधान में ‘शहादत को सलाम‘ कार्यक्रम दो संत चंचलनाथ का टीला के पीठाधीश्वर मंहत ओमनाथ महाराज एवं दरगाह हजरत कमरूदीन शाह के सज्जादानशीन एजाज नबी साहब के सानिध्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में शेखावाटी क्षेत्र (झुंझुनूं, चुरू, सीकर व नीमकाथाना) के कारगिल युद्ध में लड़ने वाले योद्धाओं, कारगिल शहीदों की वीरांगनाओं एवं गेलेंट्री अवार्डधारियों सहित 130 जनों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद एवं प्रखर वक्ता इमरान प्रतापगढ़ी, विशिष्ट अतिथि के तौर पर मेजर जनरल ए.जे.बी. जैनी, लेफ्टिनेंट जनरल एस.पी.एस. कटेवा, कारगिल महानायक ब्रिगेडियर अजीत सिंह शेखावत, कर्नल शोकत अली, सैनिक कल्याण अधिकार कर्नल अनिल पूनियां, कैप्टन शोकत अली, डॉ. सलाऊदीन चोपदार फाउंडेशन के चैयरमेन डॉ. सत्तार दीवान उपस्थित थे।

योद्धाओं और वीरांगनाओं का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम के आयोजक राजस्थान मदरसा बोर्ड के चैयरमेन एम.डी. चोपदार ने आये हुये तमाम अतिथियों का मोमेन्टो, शॉल एवं केप पहनाकर स्वागत किया। चोपदार ने गंगा जमुनी तहजीब का जिक्र करते हुये कहा कि ये जिला साम्प्रदायिक सद्भाव की मिशाल है, यहां धर्म और जाति से बढ़कर राष्ट्रवाद की भावना देखने को मिलती है। उन्होंने कारगिल युद्ध में शौर्य और पराक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि यहां के लोग देश के लिये अपने प्राणों की आहुति देने के लिये हर समय तैयार रहते है।

“कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि मेरा दुर्भाग्य है कि मेरा जन्म शेखावाटी जैसी वीर जन्म भूमि पर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जो नफरत की दुकान खोले बैठे है वो एक बार शेखावाटी के वीरों की इस भूमि पर आयें और देखें कि लोग कितनी मोहब्बत के साथ यहां रहते है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने बड़ी-बड़ी कुर्बानियां देकर इस जिले को मान पूरे भारत में बढ़ाया है। उन्होंने ये भरोसा दिलाया कि यहां कि कुर्बानियों का जिक्र में पूरी दुनिया में करूंगा और उन्होंने वादा किया कि शेखावाटी के शहीदों का कार्यक्रम में दिल्ली में करूंगा।”

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राज्य सभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी थे। उन्होंने कहा कि जो परंपरा शहादत की और वीर गाथाओं की इस मिट्टी से जुड़ी हुई है। वो अपने आप में बहुत अनूठी है। काश मैं भी शूरवीरों की धरती झुंझुनूं पर पैदा हुआ होता।

उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में तो नदियों को संगम होता है, लेकिन झुंझुनूं की सरजमीं पर आज देश भक्त, योद्धाओं, तहजीब और संस्कृति का संगम हो रहा है। ये धरती भाईचारे की मिसाल है, लेकिन कुछ लोग देश में नफरत की राजनीति कर रहे है।

नफरत के सौदागर अपनी दुकान सजाए बैठे है। लेकिन हमें यह दुकान खत्म करनी होगी। इस खेल को खत्म करना होगा। आप भारत माता के सच्चे सबूत है, जो समाज को बांटने का काम कर रहे, उनके खिलाफ खड़ा होना पडे़गा।

उन्होंने कहा- समाज को बचाना हमारी जिम्मेदारी है, वरना आने वाली पीढ़ी सवाल करेगी कि कुछ लोग बंटवारा कर रहे थे तो तुम क्या कर रहे थे। इसलिए हमें यह जिम्मेदारी लेनी है।

देशवासी चाहते है मोहब्ब्त
दुकान के बाहर नेम प्लेट लगाने के विवाद पर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा- ये कैसे मालूम करोगे की बाग में फल किसने बोया, किसने पानी दिया, किसने खाद दी, इसका पता कैसे लगाएगी सरकार। होटलों- ढाबों और रेहडियों पर तो नाम लिखवा दोगे, लेकिन खून की बोतल पर नाम लिखवा पाओगे।

जब कोरोना में उखड़ती सांसे ऑक्सीजन का सिलेंडर मांग रही थी तो उसे लगाने से पहले हमने पूछा था कि सिलेंडर कौन लेकर आया, किस फेक्ट्री से बना। यह सिर्फ नफरत और बांटने की राजनीति का प्रमाण है। हमारा देश इससे ऊब चुका है। देशवासी मोहब्बत चाहते है। इस खेल को बंद करें।

यूपी में भाजपा के अंदरूनी विवाद बोलते हुए कहा- आने वाले दिनों में यह संकट और बढ़ने वाला है। यूपी में लोकसभा चुनावों में मिली बुरी हार के बाद यह होना ही था।

“ब्रिगेडियर अजीत सिंह ने कारगिल से जुड़े बहुत से संस्करण साझा किये। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम करने वाले संकीर्ण सोच के व्यक्ति होते है, मैंने कारगिल में मुस्लिम कम्पनी की कमांड की थी जिसने अपने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुये पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिये थे।”

“कर्नल शोकत अली ने शेखावाटी की वीर वंसुधरा का जिक्र करते हुये कहा कि यहां के लोगों की नस-नस में देश के प्रति मोहब्ब्त एवं वफादारी देखने को मिलती है।”

130 योद्धाओं का किया गया सम्मान
कार्यक्रम में मेजर जनरल ए.जे.बी. जैनी, लेफ्टिनेंट जनरल एस.पी.एस. कटेवा, ब्रिगेडियर अजीत सिंह, पूर्व आईएएस अशफाक हुसैन, कर्नल शोकत अली, डॉ. सलाऊदीन चोपदार फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. सत्तार दीवान अतिथि के रूप में शामिल हुए। इससे पहले अतिथियों का आर्मी बैंड व पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एम.डी. चौपदार ने बताया कि कार्यक्रम में 130 योद्धाओं का सम्मान किया गया है।

योद्धाओं और वीरांगनाओं का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में शहीदों से संबंधित एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया जिसमें शेखावाटी के समस्त शहीदों का वर्णन देखने को मिलता है। कार्यक्रम में वीर रस के कवि विवेक पारीक ने अपने काव्य पाठ से देशभक्ति की भावना को उजागर किया। जोश एवं जूनून से लबरेज उनकी काव्य रचना पर भारत माता की जयकारे के नारे गूंजने लगे। रूकसाना खान ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में शेखावाटी क्षेत्र के लोग वीरांगनाओं एवं योद्धाओं की हौसला अफजाई के लिये उपस्थित थे।

कार्यक्रम में कर्नल शोकत अली, कैप्टन टीपू सुल्तान, कैप्टन सुल्तान खान, कैप्टन महेंद्र सिंह झाझडियां, कैप्टन लाल खां, कैप्टन लियाकत खां, कैप्टन सरवर खां, कैप्टन ताराचन्द, कैप्टन असलम खां, कैप्टन राजकुमार, कैप्टन युनुस खां, कैप्टन हफीज खां, कैप्टन भंवर सिंह, कैप्टन अहजर खां, नायब सुबेदार इकरार खां, हवलदार इरशाद खां, कैप्टन इरशाद खां, सुबेदार जगशेर खां, सुबेदार बहादुर सिंह, सुबेदार इकबाल खां, लियाकत खां, सुबेदार इंतजार, इकबाल खां, सुबेदार अकरम खान, कैप्टन रफीक खां, कैप्टन अयूब खान, महावीर सिंह झाझड़ियां, ईकबाल लालपुरियां, सफी खां, पदम सिंह शेखावत, भंवरु सिंह शेखावत, हवलदार मुस्ताक खां, हवलदार आबिद खां, हवलदार सफी खां, हवलदार खान बहादुर, इन्द्राज सिंह, कैप्टन तुराब अली, हवलदार जाकिर खां, सुबेदार इकबाल खां, सुबेदार रफीक खां, कैप्टन एजाज, नायक इकबाल, हवलदार इकराज खां, सुबेदार आमीन खां, कैप्टन संतकुमार, सुबेदार मेजर अजीज खां, राजेश सिंह शेखावत, जयराम सिंह शेखावत, नरेन्द्र सिंह शेखावत, दिव्यांशु सिंह शेखावत, मनवर दीवान, इमरान राईन, इमरान फारूकी, इरफान खान, असलम खां, प्रवीण शर्मा, अजहर हुसैन सहित शेखावटी लोग शामिल हुए।

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