गहलोत बोले- किसी विधायक-सांसद के फोन टैप नहीं हुए:कहा- पीएम ने झूठ बोलते हैं; हमारे बारे में अमेरिका-जर्मनी तक बोल रहे- क्या तमाशा हो रहा?
गहलोत बोले- किसी विधायक-सांसद के फोन टैप नहीं हुए:कहा- पीएम ने झूठ बोलते हैं; हमारे बारे में अमेरिका-जर्मनी तक बोल रहे- क्या तमाशा हो रहा?
जयपुर/जोधपुर : पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा के आरोपों के बाद राजस्थान में फोन टैपिंग को लेकर सियासत फिर तेज हो गई है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने फोन टैपिंग के आरोपों को सिरे से नकारते हुए पीएम मोदी और बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा- पीएम झूठ बोलते हैं। गहलोत ने राजस्थान में दो डिजिट में कांग्रेस की सीटें आने का दावा किया है।
जोधपुर में मीडिया से बातचीत में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा- फोन टैपिंग का कोई मुद्दा नहीं है, जो कहा गया उसका मैं जवाब देना नहीं चाहता हूं। इतना ही कहना चाहता हूं, राजस्थान में किसी पार्टी की सरकार हो। कभी भी एमएलए और एमपी के टेलीफोन टैप नहीं होते। एक लाइन में समझ जाइए। राजस्थान में जहां तक मैं जानकारी रखता हूं, किसी भी एमएलए एमपी के कभी भी टेलीफोन टैप नहीं हुए होंगे, ना होते हैं। बीजेपी भी नहीं करती होगी, क्योंकि अधिकारी भी तो कानून से चलते हैं। कभी कानून यह नहीं कहता कि उनके टेलीफोन टैप करो।
न फोन टैप हुए और न टैप हो सकते हैं
गहलोत ने कहा- हमारे वक्त में किसी भी विधायक सांसद का फोन टैप नहीं हुआ। जिसने कहा है उस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता हूं। इतना ही कहूंगा हमारे वक्त में कोई षड्यंत्र नहीं हुआ। न फोन टैप हुए और न टैप हो सकते हैं।
हमारे बारे में संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका, जर्मनी तक बोल रहे हैं- क्या तमाशा हो रहा है?
गहलोत ने कहा- मैं लोगों को आग्रह कर रहा हूं। हाथ जोड़कर आग्रह और आगाह कर रहा हूं। वह तो हमारा फर्ज बनता है। यह चुनाव इतने खतरनाक मोड़ पर चल रहा है कि दो-दो मुख्यमंत्री जेल में बैठे हुए हैं। कांग्रेस के बैंक खाते सीज कर दिए। हमारे बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ बोल रहा है। अमेरिका जर्मनी बोल रहे हैं कि देश में क्या तमाशा हो रहा है? संयुक्त राष्ट्र का बोलना बहुत महत्व रखता है। अब वो सब बोल रहे हैं इलेक्टोरल बॉन्ड का घोटाला है। वित्त मंत्री सीतारमण के पति खुद इकोनॉमिस्ट हैं। बोल रहे हैं यह घोटाला देश का नहीं दुनिया का है। इस माहौल में चुनाव हो रहे हैं। दोनों मुख्यमंत्री जेल में बैठे हुए हैं। आप इसे हल्के में नहीं ले सकते हैं।
बीजेपी की हवाइयां उड़ रही, अब 400 पार का नारा नहीं लगाएंगे
गहलोत ने कहा- अब ये 400 पर के नारे को भूल गए। प्रधानमंत्री मोदी अगली बार 400 पार का नारा नहीं लगाएंगे। पहले फेज के बाद 400 पार का नारा बंद हो चुका है। अब उनकी हवाइयां उड़ रही हैं। समझ गए हैं कि यह नारा चलने वाला नहीं है। मुझे लगता है, इस बार राजस्थान में कांग्रेस डबल डिजिट में आएगी।
पीएम असत्य बोल रहे हैं, पीएम की विश्वसनीयता को धक्का लगा है
गहलोत ने कहा- यह मजाक हो रहा है, इस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी बोलेंगे किसी को यकीन नहीं था। अभी तक लोग विश्वास कर रहे थे। पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रधानमंत्री इस तरह की भाषा बोलने लगे हैं। कह रहे हैं संपत्ति इकट्ठा करेंगे। मंगलसूत्र इकट्ठे करेंगे और ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को बांट देंगे। जो कुछ इन्होंने कहा, उससे पहली बार प्रधानमंत्री की क्रैडिबिलिटी पर बहुत धक्क लगा है। लोगों का विश्वास कम हुआ है कि वो जो कहते हैं, उसमें सच्चाई नहीं है। असत्य बोलते हैं। प्रधानमंत्री ने जिस तरह बांसवाड़ा में जो भाषण दिया। टोंक के अंदर पूरी व्याख्या की गई मंगलसूत्र की, बांटने वाली बातें की। इन तमाम बातों से मोदी खुद डैमेज हुए हैं। लोग समझ रहे हैं कि क्या पीएम इस तरह से बोल सकते हैं?
राजस्थान में कांग्रेस डबल डिजिट में सीटें जीतेगी
गहलोत ने कहा- पीएम बोलते हैं तो नीचे वाले भी बोलते हैं। बीजेपी की स्थिति बहुत खराब है। बहुत नाजुक हालत है, कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। पहले चरण में वोटिंग हमारे पक्ष में रही। अब आज और आगे जो परिणाम आएगा हमारे पक्ष में होगा। यह पूरे राजस्थान ही नहीं देश में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के पक्ष में रिजल्ट आएगा। राजस्थान में इस बार कांग्रेस के डबल डिजिट में सीटें आएंगी।
पीएम की मजाक उड़ रही है
गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों कांग्रेस घोषणापत्र को लेकर जिस तरह की बातें बोली हैं। उससे उनकी खुद की ही क्रैडिबिलिटी खराब हुई है। दुख होता है कि लोकतंत्र किस दिशा में जा रहा है। कांग्रेस मैनिफेस्टो पर प्रधानमंत्री जो बोले, इसका कोई लिंक नहीं है।उनका देशभर में मजाक उड़ रहा है। यह क्या तरीका है? उन्होंने मंगलसूत्र की बात बोली, मैं उसमें नहीं जाना चाहता। हम चुनाव विकास पर लड़ रहे हैं। देश में असली मुद्दे क्या हैं? बेरोजगारी, महंगाई, गरीब अमीर के बीच बढ़ती खाई कम कैसे करें, ये मुद्दे हैं। ये मुख्य मुद्दों से ध्यान दूसरी तरफ खींचकर के जानबूझकर मंगलसूत्र की व्याख्या कर रहे हैं।