गुरुग्राम (हरियाणा) : संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने मानेसर में भाजपा सरकार द्वारा बाबा भीष्म मंदिर को तुड़वाने की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ भाजपा सरकार मंदिर के नाम पर राजनीति करती है जबकि दूसरी तरफ़ मंदिरों को तुड़वा रही है। भाजपा सरकार ने मानेसर में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में 26 फ़रवरी सोमवार को बाबा भीष्म मंदिर को ध्वस्त करवा दिया था। बाबा भीष्म मंदिर सड़क से काफ़ी दूर था लेकिन इसके बावजूद बाबा भीष्म मंदिर को ध्वस्त कर दिया। मानेसर में मंदिर तोड़े जाने से भाजपा सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। एक तरफ़ भाजपा मंदिर के नाम पर लोगों की भावनाओं को भड़काकर वोट माँगती है तो दूसरी तरफ़ मानेसर में बाबा भीष्म मंदिर को तुड़वा दिया। जब बाबा भीष्म मंदिर को जेसीबी से तोड़ा जा रहा था तो उस वक़्त मंदिर पर ध्वज पताका फहरा रही थी।
उन्होंने कहा कि बाबा भीष्म मंदिर प्रांगण में एक बहुत ही पुराना पीपल का वृक्ष था उसको भी प्रशासन द्वारा जेसीबी से उखाड़ कर फेंक दिया गया। एक तरफ सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए पौधरोपण की कहती है तो दूसरी तरफ़ वर्षों पुराने वृक्षों को उखाड़ कर फेंक रही है। बाबा भीष्म मंदिर और पीपल का वृक्ष सड़क से काफ़ी दूर थे लेकिन इसके बावजूद बाबा भीष्म मंदिर और पीपल के वृक्ष को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि जनता में बाबा भीष्म मंदिर के प्रति गहरी आस्था थी और सरकार ने बाबा भीष्म मंदिर को ध्वस्त करके जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। उन्होंने कहा कि जनता आने वाले चुनावों में भाजपा को सबक सिखाएगी।