[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

भारतीय किसान संघ का सदस्यता अभियान जारी, कबीरसर गांव में हुई बैठक


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

भारतीय किसान संघ का सदस्यता अभियान जारी, कबीरसर गांव में हुई बैठक

झुंझुनूं जिले के कबीरसर गांव में भारतीय किसान संघ के सदस्यता अभियान के तहत बुधवार को बैठक का आयोजन हुआ. इस दौरान कई किसानों को संघ में महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया.

झुंझुनूं : भारतीय किसान संघ की ओर से चलाए जा रहे सदस्यता अभियान के लिए झुंझुनूं जिले के बिसाऊ के नजदीक गांव कबीरसर में भोलाराम शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में संभाग संगठन मंत्री नीरज कुमार, संभाग उपाध्यक्ष बलबीर सिंह चुड़ैला समेत कई जनप्रतिनिधि और किसान भी शामिल हुए. बैठक के दौरान भारतीय किसान संघ के सदस्यता अभियान के तहत कबीरसर, बिरमी आदि गांवों में संघ के सदस्य बनाए गए.

देश में किसानों का सबसे बड़ा संगठन 

इस बैठक में संभाग संगठन मंत्री नीरज कुमार ने बताया कि भारतीय किसान संघ देश में किसानों का सबसे बड़ा संगठन है जो किसानों की ओर से किसानों के लिए कार्य करता है. इस दौरान उन्होंने ग्राम समिति के कार्य और उनका महत्व भी बताया. इसके बाद संभाग उपाध्यक्ष बलबीर सिंह चुड़ैला ने ग्राम समिति के विविध आयामों के बारे में बताया.

इन लोगों को सौंपा गया दायित्व
बैठक में महेश झाझड़िया को तहसील कार्यकारिणी सदस्य और सर्वसम्मति से संगठन की ग्राम समिति में विजयपाल को अध्यक्ष, धर्मपाल को युवा प्रमुख, कृष्ण कुमार शर्मा को मंत्री घोषित किया गया. इसी के साथ पड़ोसी गांव बिरमी में सत्यपाल सिंह को संयोजक और बालूराम और महेंद्र को सह संयोजक का दायित्व सौंपा गया. साथ ही रोहिड़ा स्टैंड पर धर्मपाल भालोठिया, सतवीर भालोठिया, धर्मेंद्र बाना, सुरेंद्र पूनिया, राजेश जांगिड़ आदि ने भारतीय किसान संघ की सदस्यता ग्रहण करी.

यमुना के पानी की मांग को लेकर किसान दे रहे धरना 
बता दें कि झुंझुनूं जिले में यमुना के पानी की मांग को लेकर गांव-गांव में किसानों की ओर से धरना दिया जा रहा है. यह धरना 1994 में पांच राज्यों के बीच हुए यमुना जल समझौते को लागू करवाने के लिए दिया जा रहा है. किसानों का कहना है कि 3 दशक बीत जाने के बाद भी सरकार की ओर से इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया.  पानी की कमी के कारण किसानों को खेती करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

Related Articles