अब पूरे राजस्थान में लागू होगा ये मॉडल, CM भजनलाल ने की बड़ी घोषणा
आरएनटी मेडिकल कॉलेज व उससे समद्ध अस्पतालों में मरीजों के उपचार तथा वार्डों व शौचालयों की साफ-सफाई को लेकर किए नवाचार अब राजस्थान के लिए रॉल मॉडल बनेंगे।

उदयपुर : आरएनटी मेडिकल कॉलेज व उससे समद्ध अस्पतालों में मरीजों के उपचार तथा वार्डों व शौचालयों की साफ-सफाई को लेकर किए नवाचार अब राजस्थान के लिए रॉल मॉडल बनेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इन नवाचारों से खासे प्रभावित हुए और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.विपिन माथुर को विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है।
संभागीय आयुक्त कार्यालय में मंगलवार को विभागों की बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरएनटी प्राचार्य डॉ. माथुर प्रजेन्टेशन दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर सरकारी अस्पताल साफ-सफाई की वजह से मात खा रहे हैं। आरएनटी राज्य का पहला ऐसा अस्पताल है, जिसके शौचालयों के बाहर क्यूआर कोड लगे हैं।
सफाई नहीं होने पर कोई भी इसे स्केन कर शिकायत भेजता है तो महज आधे घंटे में सफाई हो जाती है। इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में प्रतिदिन बेड पर अलग-अलग कलर की चद्दर लगाई जाती है। आरएनटी व उसके समद्ध अस्पताल प्रतिमाह सर्वाधिक इनकम दे रहे हैं। इन नवाचारों से सीएम प्रभावित हुए और उन्होंने अन्य मेडिकल कॉलेजों व विभागों में भी इसे लागू करने के लिए कहा।
जनाना अस्पताल निर्माण के लिए जयपुर बुलाया
राजकीय पन्नाधाय चिकित्सालय भवन के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय प्रबंधन को जयपुर बुलाया है। डॉ. माथुर ने बताया कि यह अस्पताल संभाग का एकमात्र अस्पताल है, जहां 90 से ज्यादा प्रतिदिन प्रसव होते हैं। इसका मुख्य भवन नया बनना है।
एमबी अस्पताल में किए नवाचार
- समस्त वार्डों में प्रतिदिन अलग-अलग रंग की चद्दर का उपयोग
- राज्य का प्रथम टोबेको क्लिीनिक
- दूरस्थ आदिवासी बहुल गांवों में कैंसर वेन द्वारा उपचार और परीक्षण
- शौचालयों की डिजिटल मॉनटरिंग, क्यूआर कोड से शिकायत पर तत्काल सफाई
- समस्त ओपीडी में राजकीय योजनाओं के प्रसार प्रसार के लिए एलइडी टीवी
- एनएबीएच प्रमाणीकरण : राजस्थान के साथ ही उत्तर भारत का प्रथम एनएबीएच प्रमाणित चिकित्सा महाविद्यालय
- एबीएमएमसीएसवाई : आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री चिरंजिवी स्वास्थ्य योजना (एबीएमएमसीएसवाई) की प्रभावी डिजिटल मॉनिटरिंग व पैकेज चयन के लिए क्यूआर कोड का प्रयोग, अब तक 1.86 लाख रोगियों को लाभ और 168.96 करोड़ का राजस्व अर्जित किया गया।
- वर्ष 2023 में 95337 लाभार्थियों का सफल उपचार कर 106 करोड़ के राजस्व की बुकिंग एवं 80.5 करोड़ प्राप्त हो चुके है।