उदयपुरवाटी को गोद लेने की घोषणा, मुझे गर्व है मैं माली समाज से हूं, मैं राजस्थान का भी ‘माली’ हूं: गहलोत
14 महीने बाद फिर उदयपुरवाटी आए सीएम अशोक गहलोत, इस बार शब्दों में बयां किया दर्द, कहा-सरकार की स्थिति बन गई थी ऐसी, जिसके कारण अन्य विधायकों का लेना पड़ा था सहयोग
उदयपुरवाटी : झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में आज करीब 14 माह बाद फिर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आए. पिछली बार अशोक गहलोत अपने मंत्रीमंडल के सदस्य राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बेटे शिवम के जन्मदिन पर आए थे और कहा था कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा के कारण ही वे मुख्यमंत्री है. लेकिन उसके बाद से अशोक गहलोत और राजेंद्र गुढा में तल्खी इतनी बढ़ गई कि आखिरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजेंद्र सिंह गुढ़ा को बर्खास्त करना पड़ा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं माली समाज से हूं। देश दुनियां में बड़े बड़े बगीचे हैं, उनकी माली रक्षा करता है। बगीचे को सजाकर रखता है। उसी प्रकार मैं भी राजस्थान में सभी धर्म व जातियों का गुलदस्ता सजाकर रखता हूं। मैं राजस्थान का भी ’माली’ हूं।
कस्बे में बुधवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य सरकार की योजनाएं गिनाई। साथ ही कहा कि यहां से आप लोग यह संकल्प लेकर जाएं कि प्रदेश में सरकार रिपीट होकर रहेगी। चालीस लाख महिलाओं को मोबाइल दे चुके हैं। चुनाव खत्म होने के बाद एक करोड़ महिलाओं को मोबाइल और दिए जाएंगे। महंगाई राहत शिविर लगाए गए। तीन लाख युवाओं को नौकरियां देकर राजस्थान अग्रणी श्रेणी में है। सभा को कांग्रेस प्रत्याशी भगवानाराम सैनी, परिवहन मंत्री बृजेन्द्र ओला व अन्य ने संबोधित किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे माली है. वे एक माली की तरह ही राजस्थान को सजाने-संवारने और उन्नत बनाने का काम कर रहे है. उन्होंने यहां पर माली कार्ड खेलते हुए कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि उदयपुरवाटी में माली समाज के लोग ज्यादा रहते है. इसलिए सभी को गर्व होना चाहिए कि उनके माली समाज का एक कार्यकर्ता प्रदेश में शासन कर रहा है. जिसके शासन की प्रशंसा पूरा देश और प्रदेश करता है. उन्होंने कहा कि सभी चाहते है कि वे फिर से मुख्यमंत्री बनें. फिर से कांग्रेस की सरकार बनें. लेकिन यदि हम भगवानाराम सैनी जैसे प्रत्याशियों को विधायक बनाकर नहीं भेजेंगे. तो ना ही सरकार बन सकती है और ना ही वे मुख्यमंत्री बन सकते है. इस मौके पर मंच पर परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा, उदयपुरवाटी चेयरमैन रामनिवास सैनी समेत अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे.
लाल डायरी पर कुछ नहीं बोले मुख्यमंत्री गहलोत कहा : उदयपुरवाटी को मैंने गोद ले लिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुरवाटी में लाल डायरी का जिक्र तक नहीं किया। उन्होंने इतना जरूर कहा कि पिछली बार कसर रह गई थी। सरकार की स्थिती ऐसी बनी कि हमें बसपा व अन्य दलों के विधायकों से सहयोग लेना पड़ा। ऐसा माहौल बन गया कि प्रत्याशी के माध्यम से कोई काम नहीं हुए। फिर भी विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यो को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी।
उदयपुरवाटी में सरकारी कॉलेज, ट्रोमा सेंटर, गुड़ा में सावित्री बाई फुले छात्रावास, गुड़ा में बालिका महाविद्यालय, गुढागौडज़ी को तहसील, गुढागौडज़ी और पौंख को नगरपालिका, गुड़ा में खेल स्टेडियम, औद्योगिक क्षेत्र, अंग्रेजी माध्यम स्कूल व सडक़ों को लेकर खूब काम किए हैं। अब मैंने उदयपुरवाटी को गोद ले लिया है तो आगे कहने को कुछ बचता नहीं है।
यहां कांग्रेस जीतेगी तो फिर से इसी जगह धन्यवाद देने लिए आऊंगा।
इन्होंने किया स्वागत
ब्लॉक कांग्रेस कार्यकारिणी की ओर अध्यक्ष बीएल सैनी व पूर्व विधायक भोलाराम सैनी की ओर से शॉल ओढाकर सीएम का सम्मान किया गया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा, नवलगढ़ विधायक राजकुमार शर्मा, मदरसा बोर्ड चेयरमैन एमडी चौपदार, उदयपुरवाटी नगर पालिका चेयरमैन रामनिवास सैनी, चिड़ावा चेयरमैन सुमित्रा सैनी सहित कई लोग मौजूद रहे।
यह कांग्रेस में शामिल हुए
पूर्व सरपंच मूलचंद सैनी पौंख, रामधन सैनी बागोरा, एडवोकेट हंसराज कबीर छापोली, पूर्व सरपंच विजयपाल भाटीवाड़, पूर्व सरपंच अर्जुनलाल वर्मा नांगल, टोडी के पूर्व सरपंच ख्यालीराम मेघवाल, पूर्व जिला परिषद् सदस्य राजीव गोरा, पंचायत समिति सदस्य मंजू सैनी पौंख, अनिवाश छापोली आदि कांग्रेस में शामिल हुए।