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समग्र शिक्षा के तत्वाधान में दो दिवसीय जीएलएन आधारित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला ‌ द्वित्तीय का आयोजन


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समग्र शिक्षा के तत्वाधान में दो दिवसीय जीएलएन आधारित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला ‌ द्वित्तीय का आयोजन

समग्र शिक्षा के तत्वाधान में दो दिवसीय जीएलएन आधारित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला ‌ द्वित्तीय का आयोजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : जिला मुख्यालय पर समग्र शिक्षा के तत्वावधान में कलस्टर विद्यालय गोपी राम गोयनका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चूरू द्वारा दो दिवसीय कक्षा 1 से 5 तक परूढाने वाले विषयाध्यापकों का FLN आधारित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला (द्वितीय) का आयोजन खेमका राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चूरु में 16 सितम्बर से 17 सितम्बर 2025 तक किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिवस संभागियों को संबोधित करते हुए ACBEO (प्रथम) सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निपुण भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षकों को एफ एल एन आधारित प्रशिक्षण कार्यशाला में ट्रेनिंग देने के पीछे मंशा ये है कि विद्यालय में विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके और आधारभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान हो सके ताकि कक्षा 3 के पश्चात आगे की कक्षाओं में विद्यार्थियों को उन कक्षाओं की दक्षताओं को प्राप्त करने में कठिनाई नहीं हो।

कलस्टर स्तरीय FLN प्रशिक्षण कार्यशाला प्रभारी प्रतापसिंह नाथावत ने इस दो दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा, उद्देश्य,मौखिक पठन प्रवाह का शिक्षण में उपादेयता तथा कार्यशाला आयोजन के सन्दर्भ में विस्तृत रूप से जानकारी दी और उपयोगिता के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर संभागियों के साथ आपसी संवाद,विचार-विमर्श तथा चिंतन-मनन किया। खेमका राउप्रावि. के प्रधानाध्यापक रूपसिंह निर्बाण ने FLN आधारित कार्यशाला में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावी बनाने में अपने विद्यालय में किये गये नवाचारों पर विचार व्यक्त किये। इस दो दिवसीय FLN आधारित कार्यशाला में प्राथमिक कक्षाओं के कुल 57 शिक्षकों ने भाग लिया। संदर्भ व्यक्ति हेमन्त भारद्वाज ने संभागियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, निपुण भारत कार्यक्रम, FLN के उद्देश्य ,स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम और प्रखर राजस्थान 2.0 अंतर्गत मौखिक पठन प्रवाह (O R F) कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी, प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थी ABL किट , कला किट ,खेल विधि,कहानी ,कविता, बाल गीत आदि के द्वारा जल्दी सीखते हैं अतः विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को सुधारने में इनका उपयोग किया जाए ताकि रुचिकर ,आनंददायी एवं भयमुक्त वातावरण में बच्चे विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर सके, प्रत्येक विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास करने के लिए उनकी प्रगति का संधारण पोर्टफोलियो में रखा जाए इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी चर्चा के माध्यम से दी गई। पाठ्यक्रमणीय उद्देश्यों में संज्ञानात्मक, भावात्मक और मनो गत्यात्मक क्षेत्र के विकास को शिक्षाविद ब्लूम की थ्योरी के संदर्भ समझाया गया ताकि विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके साथ ही विद्यार्थियों में सामाजिक और नैतिक गुणों का विकास भी हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप हो इस पर भी शिक्षकों से चर्चा की गई l

द्वितीय दिवस कार्यशाला के समापन अवसर पर संभागियों को संबोधित करते हुए क्लस्टर विद्यालय गोपीराम गोयनका रा. उच्च माध्यमिक विद्यालय चूरू के यूसीईईओ एवं प्राचार्य ओमप्रकाश फ़गेड़िया ने कहा कि FLN आधारित इस प्रशिक्षण कार्यशाला मैं शिक्षण अधिगम प्रक्रिया से संबंधित जो भी नवाचार सीखने को मिले हैं उनको विद्यालय में लागू करें और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आयोजित हो रहे प्रशिक्षण कार्यशालाओं के महत्व को समझें ताकि हिंदी, पर्यावरण, अंग्रेजी और गणित के विषय शिक्षक प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के अधिगम स्तर में गुणात्मक सुधार कर सकें इसके लिए सभी को टीम भावना के साथ कार्य करना होगा। प्रखर राजस्थान 2.0 अंतर्गत मौखिक पठन प्रवाह (O R F) कार्यक्रम को भी गंभीरता से लेने की बात कही ताकि विद्यार्थियों में पठन कौशल विकसित हो सके और विद्यार्थी धारा प्रवाह हिन्दी में पाठ को पढ़ सके । प्रशिक्षण में चूरू एवं रतननगर के शहरी विद्यालयों के शिक्षकों ने कुल 57 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। शीशराम माहिच, मंजू कुल्हरि, भवानीसिंह, विनोद शर्मा, लक्ष्मी शर्मा, वसीम अली, मंगल चंद सैनी सहित अन्य प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों ने अपने- अपने विद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में किये गये नवाचारों के बारें में जानकारी दी।

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