जनमानस शेखावाटी सवंददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : चाइनीज मांझा जो आमतौर पर पतंगबाजी के दौरान उपयोग में आता है, अब शहर के पशु पक्षी व आमजन के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। खासकर, यह मांझा सख्त, तेज और धातुयुक्त होता है, जो न सिर्फ पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है, बल्कि इंसानों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। विभिन्न दुर्घटनाओं और नुकसान के बाद आमजन प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
चाइनीज मांझे के कारण होने वाले नुकसान
1. पक्षियों की मौतें: कई पक्षी चाइनीज मांझे से चोटिल होकर घायल हो रहे हैं, और कुछ तो जान से हाथ धो बैठते हैं। पक्षियों की जान की कीमत पर यह मनोरंजन तो एक खतरनाक समस्या बन गई है। हर वर्ष हजारों की संख्या में पक्षियों को मांझे से घायल होते देखा गया है।
2. मानव जीवन पर खतरा: चाइनीज मांझा सिर्फ पक्षियों के लिए नहीं, बल्कि मानव जीवन के लिए भी खतरा बन चुका है। चाइनीज मांझे से बाइक सवारों और पैदल चलने वालों को गंभीर चोटें आती हैं। खासकर, चायनीज मांझा जब तेज हवा में उड़ता है, तो यह किसी की गर्दन या हाथ-पैर पर लग सकता है, जिससे दुर्घटना हो सकती है।
3. वाहन दुर्घटनाएं: सड़कों पर तैरते हुए मांझे से वाहन चालकों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है। कई बार बाइकर्स या कार चालकों की नजर से बचकर यह मांझा अचानक सड़क पर आता है, जिससे उनका संतुलन बिगड़ सकता है और दुर्घटना हो सकती है।
प्रशासन का दायित्व और कदम उठाने की आवश्यकता
प्रशासन को इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ इसके खिलाफ जागरूकता अभियान चलाना भी जरूरी है। स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह मांझा सड़कों और खुले स्थानों पर न छोड़ा जाए और उसके इस्तेमाल को नियंत्रित किया जाए।
इसके अलावा नगर पालिका को चाहिए कि वह दुकानों और व्यापारियों को इस प्रकार के खतरनाक उत्पाद बेचने से रोकें और साथ ही चाइनीज मांझे के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान करें। ऐसा कदम पशु पक्षी व आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और इस खतरनाक ट्रेंड को रोकने में मदद करेगा।
नागरिकों की अपील
नागरिकों का मानना है कि यदि समय रहते चाइनीज मांझे पर रोक नहीं लगाई गई तो यह समस्या और बढ़ सकती है। स्थानीय लोग अब प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस समस्या पर जल्द से जल्द संज्ञान लिया जाए, ताकि आगे किसी की जान खतरे में न पड़े।
चाइनीज मांझा मनोरंजन का हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके खतरों को नकारा नहीं जा सकता। इसे नियंत्रित करने और इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है, ताकि आमजन और पशु-पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अब समय आ गया है कि प्रशासन इस दिशा में कठोर कदम उठाए।