जिला कलेक्टर रही झुंझुनूं शहर के दौरे पर, सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, समाज कल्याण के छात्रावासों, स्वास्थ्य केंद्र व उचित मूल्य की दुकानों का किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर रही झुंझुनूं शहर के दौरे पर, सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, समाज कल्याण के छात्रावासों, स्वास्थ्य केंद्र व उचित मूल्य की दुकानों का किया निरीक्षण

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर एवं ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों का आज जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने निरीक्षण किया। उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों व उप स्वास्थ्य केंद्र का भी जायजा लिया और मौजूद लोगों से जानकारी ली।
कलेक्टर ने खिदरसर गांव के महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल, खंगा का बास के राजकीय प्राथमिक विद्यालय व झुंझुनू शहर के शहीद इंदरसिंह राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सैनिकपुरा के प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की गतिविधियों की धरातल पर क्रियान्वित व स्कूलों में शैक्षणिक स्तर की जांच की।

महात्मा गांधी स्कूल खिदरसर के कंप्यूटर लैब, रोबोटिक लैब के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की सिलेबस के अनुसार छात्रों को शैक्षणिक कार्य करवाया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूल में साइंस लैब की स्थापना के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए। साथ ही विद्यार्थियों से भी संवाद किया व शैक्षणिक स्तर की जांच की।
खंगा का बास के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण मे 51 बच्चों का नामांकन पाया गया। इस दौरान स्कूल में बच्चों की उपस्थिति कम मिली तो कलेक्टर ने संस्था प्रधान को निर्देश दिए कि बच्चों के अभिभावक से संवाद कर को बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें।
शहर के सैनिकपुरा की प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने मिड डे मील का निरीक्षण किया, जिसमें रोटी व सब्जी बनाई हुई थी।
उन्होंने मिड-डे मील खाकर खाने की गुणवत्ता को भी चेक किया और उसकी गुणवत्ता को अच्छा बताया। उन्होंने स्टोर, रसोईघर व शौचालयों का निरीक्षण कर साफ सफाई रखने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुभाष ढाका, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज ढाका, एडीईओ प्रमोद आबूसरिया, सीबीईओ महेंद्र सिंह जाखड़ मौजूद रहे।

उप स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया, बच्चों से बात की
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर उप स्वास्थ्य केंद्र पुरा की ढाणी पहुंचीं। जहां रिकार्ड्स की जांच कर टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी ली। वहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ता से उपलब्ध दवाइयों के स्टॉक की जांच की। इसके बाद खंगा का बास, शहर के वार्ड नंबर 41, वार्ड नंबर 39 व मिल्लत नगर के आंगनबाड़ी केंद्रों का जायजा लिया।
खंगा का बास के आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर हालत में मिलने पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को नए भवन के निर्माण का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि नया भवन डीएमएफटी फंड द्वारा निर्मित करवाया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों से भी कलेक्टर ने बातचीत की और वर्क बुक में की गई गतिविधियों के बारे में जानकारी ली।
हालांकि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का प्राथमिक स्तर कमजोर होने और उनके नियमित नहीं आने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने सीडीपीओ को सुधार के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बच्चों के शारीरिक माप रजिस्टर व संबंधित रिकॉर्ड की जांच की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि सभी बच्चों का हाइट और वजन लेकर पोषण ट्रैकर एप पर इंद्राज करें। साथ ही रिकॉर्ड संधारित करें। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित किए जाने वाले सेनेटरी नैपकिन की जांच की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सेनेटरी नैपकिन की गुणवत्ता, वितरण व स्टॉक के बारे में जानकारी ली गई।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक बृजेंद्र सिंह राठौड़, सीडीपीओ मंजूलता मील सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

छात्रावासों का निरीक्षण, छात्राओं से अकेले में ली जानकारी
जिला कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग द्वारा झुंझुनूं शहर में संचालित अंबेडकर छात्रावास व राजकीय अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। अंबेडकर छात्रावास के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छात्रों के कमरों, स्टोर, मैश, रसोई घर, लाइब्रेरी, खेल ग्राउंड, ओपन जिम सहित विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने पुरानी बेडशीट व गद्दों को बदलने, शौचालयों की साफ सफाई व नाकारा सामान के निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास अधीक्षक को पुस्तकालय मे प्रतियोगिता परीक्षा में उपयोग आने वाली किताबें रखने, खेल सामग्री को क्रय करने इंडोर गेम्स के निर्देश दिए।
बालिका छात्रावास के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छात्राओं से अकेले में बात कर उनसे हॉस्टल की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान छात्राओं ने हॉस्टल के लिए रास्ते की समस्या बताई, जिस पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए और कहा कि जल्द ही पक्के रास्ते का निर्माण करवाया जाएगा। वहीं सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स भी लगाई जाएगी। इस दौरान कलेक्टर ने छात्रावास के रसोई घर में बन रहे खाने का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को छात्राओं के कमरों में पढ़ाई के लिए टेबल व कुर्सी लगवाने व खेल सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. पवन पूनिया सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।