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विधानसभा में मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं राईका समाज:4 को करेंगे महापंचायत, समाज के लालसिंह बोले राज्य सरकार ने अभी तक नहीं भेजा रेलवे को पत्र


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विधानसभा में मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं राईका समाज:4 को करेंगे महापंचायत, समाज के लालसिंह बोले राज्य सरकार ने अभी तक नहीं भेजा रेलवे को पत्र

विधानसभा में मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं राईका समाज:4 को करेंगे महापंचायत, समाज के लालसिंह बोले राज्य सरकार ने अभी तक नहीं भेजा रेलवे को पत्र

जोधपुर : जोधपुर में राईका बाग रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को लेकर राईका समाज का विरोध जारी है। समाज अब महापंचायत भी करेगा। वहीं आज विधानसभा में मंत्री के जवाब के लेकर समाज के लोग संतुष्ट नहीं है। समाज का कहना है की सरकार ने अभी तक रेल मंत्रालय को कोई पत्र नहीं लिखा है। जबकि विधानसभा में मंत्री जोगाराम पटेल ने जो जवाब दिया है। वो गलत है क्योंकि अभी तक राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र नहीं लिखा है।

बता दें की आज इसी मुद्दे पर विधानसभा में जालौर के रानीवाड़ा से विधायक रतन देवासी ने सवाल किया था। उसी सवाल के जवाब में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा था की राज्य सरकार को और से रेल मंत्रालय को नाम में सुधार के लिए पत्र लिखा गया है।

समाज के लोगों ने बताया कि पूर्व में रेलवे के नक्शे में भी स्टेशन का नाम सही है।
समाज के लोगों ने बताया कि पूर्व में रेलवे के नक्शे में भी स्टेशन का नाम सही है।

समाज के लाल सिंह राईका ने बताया की समाज के लोग लंबे समय से रेलवे स्टेशन के नाम में सुधार की मांग कर रहे हैं इसको लेकर उन्होंने डीआरएम से लेकर रेल मंत्री केंद्र सरकार और राज्य सरकार के मुख्य सचिव मुख्यमंत्री सभी को पत्र लिखे हैं। आज विधानसभा में राजस्थान के संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल ने जो जवाब दिया है वो सही नहीं है। क्योंकि अभी तक राज्य सरकार की ओर से रेल मिनिस्ट्री को ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा गया है। विधानसभा में मंत्री बोल रहे हैं कि यह लिपिकीय त्रुटि है जिसे सही करने को रेलवे को लिखा गया है, जबकि रेलवे ने समाज को जो पत्र लिखा है उसमें बताया की इसमें कोई लिपिकीय त्रुटि नहीं है।

उन्होंने बताया की इस मांग को लेकर रेलवे अपनी गलती नहीं मान रहा है, रेलवे अपने पक्ष के डॉक्यूमेंट ही दिखा रहा है। जबकि हमने गजट नोटिफिकेशन में लिखे सही नाम को भी बताया लेकिन उसका कोई रिस्पांस नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा डीआरएम के ऑफिस में भी जो नक्शा लगाया गया है उसमें भी नाम सही है लेकिन इसके बावजूद रेलवे अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। रेलवे के आधा दर्जन बोर्ड में भी नाम सही लिखा हुआ है, लेकिन रेलवे इसे मानने को तैयार नहीं है।

लालसिंह ने बताया हमने 1 जुलाई को जो आंदोलन किया था। इस मामले में ये बात हुई की 15 दिन के अंदर-अंदर रेलवे इस मामले में यथा स्थिति बताएगा, लेकिन 15 दिन बाद भी रेलवे का कोई जवाब नहीं आया इस पर 25 तारीख को फिर रेलवे के पदाधिकारी से मिले, लेकिन रेलवे अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। इसलिए हमने तय किया है कि 4 तारीख को हम महापंचायत करेंगे। जिसमें सारे प्रतिनिधि आएंगे। हर जिले, राज्य से लोग आएंगे।

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