पिता ने अपने शहीद बेटे की याद में खुद के खर्चे से बनाई थी प्रतिमा
पिता ने अपने शहीद बेटे की याद में खुद के खर्चे से बनाई थी प्रतिमा

नवलगढ़ : ढाका की ढाणी निवासी करगिल शहीद विजयपालसिंह ढाका के पिता नौरंगलाल ढाका ने अपने शहीद बेटे की याद को जिंदा रखने के लिए अपने खर्चे से शहीद की प्रतिमा बनाई। इन मूर्तियों पर करीब 75 हजार रुपए खर्च किए थे। एक प्रतिमा घूमचक्कर व एक प्रतिमा जोहड़ी में लगाई थी। सरकार ने सिर्फ जगह उपलब्ध कराई। सरकार के आश्वासन के बाद भी आज तक उनके घर तक सड़क नहीं बनी।
उनके पास शहीद बेटे की पेंशन के तीन हजार रुपए आते थे, लेकिन सात माह से यह पेंशन भी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि विजयपाल आज भी उनकी यादों में जिंदा है। नौरंगलाल ने बताया कि वे विजयपाल को 11 वीं पढ़ाना चाहते थे, लेकिन विजयपाल ने फौज में जाने की जिद के चलते गुपचुप तरीके से तैयारी शुरू कर दी थी।
उसका नियुक्ति पत्र आया तब उनको पता चला कि उनका बेटा फौज में लग गया है। नौरंगलाल ने बताया कि उनका मन उदास था, दो- तीन रोज को विजयपाल की शहादत का पता नहीं चला। पुलिस घर पर आई थी, इस पर कुछ शक हुआ।