जयपुर : राजस्थान में होने वाले उप चुनाव से पहले भाजपा संगठन ने प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को बदल दिया है। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ नए प्रदेशाध्यक्ष होंगे। वहीं अरुण सिंह की जगह सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल प्रदेश प्रभारी बनाए गए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राठौड़ को प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है। दो दिन पहले ही सांसद सीपी जोशी ने केन्द्रीय नेतृत्व से मिलकर प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। राठौड़ 5 महीने पहले ही राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। अब पार्टी ने उन्हें प्रदेश बीजेपी की नई जिम्मेदारी सौंप दी है। पार्टी ने मदन राठौड़ को अध्यक्ष बनाकर मूल ओबीसी के अपने वोट बैंक को ओर मजबूत किया हैं।
विधानसभा में पार्टी ने नहीं दिया था टिकट
मदन राठौड़ पाली की सुमेरपुर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे। 2013 से 2018 में सरकारी उप मुख्य सचेतक भी रहे हैं। उन्हें संगठन का भी लंबा अनुभव हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी। हालांकि उस वक्त उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन करके काम करते रहने को कहा था। कुछ महीने बाद ही उन्हें राज्यसभा में भेज दिया गया। वहीं अब प्रदेश बीजेपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पीएम मोदी के नजदीकी हैं मदन राठौड़
मदन राठौड़ पीएम मोदी के पुराने परिचित हैं। लंबे समय से संगठन में सक्रिय राठौड़ ने बीजेपी के दिग्गज नेताओं के साथ काम किया हैं। जनसंघ से लेकर बीजेपी की यात्रा में शामिल रहे हैं। बीजेपी की पुरानी और नई पीढ़ी दोनों के साथ काम करने का अनुभव रखते हैं। राठौड़ मूल ओबीसी में घांची जाति से हैं।
सीएम और जोशी ने दी बधाई
मदन राठौड़ के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त होने पर सीएम भजनलाल शर्मा ने भी उन्हें बधाई दी हैं। सीएम ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा- निःसंदेह, आपके ऊर्जावान नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन में भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मूल मंत्र के साथ प्रदेश में सफलता के नवीन मानक स्थापित करेगी। मैं प्रभु श्रीराम से आपके उत्कृष्ट कार्यकाल के लिए मंगलमय कामना करता हूं।
बीजेपी के निवर्तमान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भी मदन राठौड़ को बधाई दी। जोशी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा- भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को भाजपा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष दायित्व के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मदन राठौड़ बोले- पार्टी का सिपाही हूं, पांचों सीटों पर उप चुनाव में जीतेंगे
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में मदन राठौड़ ने कहा कि मैं पार्टी का सिपाही हूं। सिपाही की खुद की कोई इच्छा नहीं होती, उसे किस मोर्चे पर तैनात किया जाता है, उसका ही धर्म होता है कि वह वहां अपनी भूमिका बखूबी निभाए। मैं पार्टी को हर मोर्चे पर मजबूत करने में अपनी भूमिका मजबूती से निभाऊंगा।
केंद्रीय नेतृत्व ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी दी है। पार्टी की मजबूती और जनता के बीच लोकप्रियता ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है। सरकार और संगठन समन्वय से राजस्थान की जनता की सेवा करेंगे। राठौड़ ने कहा कि हम उप चुनाव में पांचों सीटों (दौसा, उनियारा, झुंझुनूं, चौरासी, खींवसर) पर जीत दर्ज करेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
अब सियासी मोर्च पर राठौड़ और डोटासरा होंगे आमने-सामने
वसुंधरा राजे के दूसरे कार्यकाल में मदन राठौड़ विधानसभा में बीजेपी के उप मुख्य सचेतक और कालू लाल गुर्जर सरकारी मुख्य सचेतक थे। मदन राठौड़ सदन में खूब सक्रिय रहते थे। उस दौरान कांग्रेस के केवल 21 विधायक थे। गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस विधायक दल के सचेतक थे।
डोटासरा विधानसभा में सरकार पर खूब हमलावर रहते थे, मदन राठौड़ उन्हें कई बार काउंटर करते थे, खूब वार पलटवार होते थे। डोटासरा मंत्रियों पर खूब सवाल उठाते थे, टोकते थे। मदन राठौड़ मजाकिया लहजे में डोटासरा पर तंज कसते हुए कहते थे आप तो टोकासरा हो।
पहले डोटासरा और मदन राठौड़ अपनी पार्टियों के सचेतक और उप सचेतक के नाते विधानसभा में एक-दूसरे पर वार पलटवार करते थे। अब राठौड़ बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बन गए हैं, डोटासरा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हैं, दोनों अब सियासी मोर्चे पर आमने-सामने होंगे।
डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल बने प्रदेश प्रभारी
पार्टी ने उप चुनावों से पहले प्रदेश प्रभारी की भी नियुक्ति कर दी है। उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ राधामोहन दास अग्रवाल को राजस्थान का प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया है। अग्रवाल कर्नाटक के भी प्रदेश प्रभारी है। उन्हें अब राजस्थान की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने प्रदेश में पहले से सह प्रभारी के तौर पर काम कर रही विजया राहटकर को पद पर बरकरार रखा है।
अग्रवाल गोरखपुर सदर सीट से चार बार के विधायक भी रह चुके हैं। उन्होंने 2022 में योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी। जिसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें अंडमान निकोबार का प्रभारी और केरल का सह-प्रभारी भी नियुक्त किया था।
अरुण सिंह को पार्टी ने करीब तीन महीने लोकसभा चुनावों में राजस्थान से हटाकर आंध्र प्रदेश में प्रदेश चुनाव प्रभारी की नई जिम्मेदारी सौंपी थी। विधानसभा चुनावों के बाद से ही अरुण सिंह राजस्थान में कम सक्रिय थे। संगठन महामंत्री चंद्रशेखर की राजस्थान से विदाई के बाद से ही लगातार यह कयास लगाए जा रहे थे कि सिंह को भी जल्द ही राजस्थान से हटाया जाएगा।
जोशी ने की थी इस्तीफे की पेशकश
इससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। पिछले 4 दिन से जोशी दिल्ली में थे। वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले भी थे। जोशी ने इस्तीफे की एक बार पहले भी लोकसभा चुनावों के परिणाम आते ही पेशकश कर दी थी। गुरुवार रात पार्टी ने इस्तीफा मंजूर करते हुए नए प्रदेशाध्यक्ष का ऐलान कर दिया।