जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में पुरानी नगर पालिका रोड स्थित गायत्री शक्तिपीठ में गुरु पूर्णिमा के मौके पर गायत्री परिवार प्रज्ञा पुस्तकालय का शुभारंभ वेद मंत्रों और गायत्री यज्ञ से किया गया। इस पुस्तकालय की सुविधा निशुल्क प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. भास्कर बी रावल थे, जबकि अध्यक्षता गायत्री परिवार के जिला संयोजक देवेंद्र सिंह ओलखा ने की।
विशिष्ट अतिथि पंडित रामनिवास शास्त्री, मनोहर सिंह जाखल, प्रधान दिनेश सुंडा, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुरेंद्र सैनी फूलवाला, नगर पालिका के वाइस चेयरमैन कैलाश चोटिया, गायत्री परिवार चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी घनश्याम सैनी, ठाकुर आनंद सिंह, डॉ. दयाशंकर जांगिड़, और पिलानी गायत्री परिवार के सुरेंद्र सिंह नरूका थे।
इस दौरान सामूहिक गायत्री मंत्र का जाप किया गया और गायत्री महामंत्र के माध्यम से सबके उज्जवल भविष्य के लिए गायत्री हवन में सैकड़ों आहुतियां दी गईं। गायत्री परिवार नवलगढ़ के संयोजक प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा ने बताया कि गायत्री परिवार के ट्रस्टी घनश्याम सैनी को उनके द्वारा किए गए समाज हित और गायत्री परिवार के कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान पत्र का वाचन बैंक के मैनेजर संदीप दायमा ने किया।
- पूर्व विधायक राजकुमार शर्मा के पिताश्री रामनिवास शर्मा ने कहां कि यह पुस्तकालय आने वाले समय समाज को नई दिशा देगा।
- सुरेंद्र सैनी फुलवाला: “प्रज्ञा पुस्तकालय का उद्घाटन नवलगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। इससे हमारे बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। मैं इस प्रयास के लिए गायत्री परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूँ।
- दिनेश सुंडा: “यह पुस्तकालय छात्रों के लिए एक वरदान सिद्ध होगा। यहाँ उपलब्ध पुस्तकें न केवल उनकी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होंगी, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक मार्गदर्शन भी प्रदान करेंगी।
- डॉ. दयाशंकर जांगिड़: “पंडित श्री राम शर्मा आचार्य की आध्यात्मिक पुस्तकों का संग्रह हमें हमारे जीवन को सही दिशा देने में मदद करेगा। यह पुस्तकालय समाज में ज्ञान और अध्यात्म का प्रचार-प्रसार करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
- विधायक विक्रम सिंह जाखल के भाई मनोहर सिंह जाखल ने गायत्री परिवार के द्वारा संचालन प्रज्ञा पुस्तकालय के लिए तन मन धन से सहयोग करने का आह्वान किया।
कृष्ण कुमार दायमा ने बताया कि पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संरक्षक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित 3200 पुस्तके, 108 वांगमय और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कई पुस्तकें रखी गई हैं। एक बड़े हॉल को सुसज्जित करके उसमें विद्यार्थियों, महिलाओं और पुरुषों के बैठने की एक अच्छी व्यवस्था की गई है। इसमें विद्यार्थियों के हित में निशुल्क लाइब्रेरी का संचालन किया जाएगा।