सूरजगढ़ : स्वतंत्रता सेनानी युसूफ मेहर अली की पुण्यतिथि पर आदर्श समाज समिति इंडिया के कार्यालय सूरजगढ़ में एडवोकेट संदीप मान के नेतृत्व में स्वतंत्रता सेनानियों के छायाचित्रों का विमोचन किया। सर्वप्रथम कार्यक्रम में बम्बई के पूर्व मेयर भारतीय राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक और 1942 में महात्मा गाँधी द्वारा आजादी के लिए शुरू किये गये देशव्यापी आंदोलन को ‘भारत छोड़ो’ का नारा देने वाले स्वतंत्रता सेनानी युसूफ मेहर अली को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। एडवोकेट रामेश्वरदयाल और संदीप मान ने भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम और देश के ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी साझा करते हुए विस्तार से बताया। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी ने स्वतंत्रता सेनानी युसूफ मेहर अली के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह युवावस्था से ही स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ गए थे। उन्होंने महात्मा गाँधी द्वारा शुरू किए गए नमक आंदोलन में भी भाग लिया और जेल गये। वह कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने पर अंग्रेजों ने उनकी वकालत पर रोक लगा दी थी। वे 1940 में विशिष्ट सत्याग्रह में हिस्सा लेने पर जेल गये। उन्हें जब 1942 में बॉम्बे का मेयर चुना गया; तब वे यरवदा सेंट्रल जेल में कैद थे। उन्होंने आजादी के लिए किये गये अंतिम आंदोलन “भारत छोड़ो आंदोलन” में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण, अशोक मेहता, मीनू मसानी, के.एफ.नरीमन, अच्युत पटवर्धन तथा कमला देवी चट्टोपाध्याय उनके निकट सहयोगी थे। युसूफ मेहर अली की पुण्यतिथि पर एक ऐसी ऐतिहासिक तस्वीर का भी विमोचन किया गया, जिसमें लोकनायक जयप्रकाश नारायण, स्वतंत्रता सेनानी प्रभावती देवी, युसूफ मेहर अली और डॉ. राम मनोहर लोहिया एक साथ किसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। इस मौके पर देश की प्रथम महिला स्नातक और फिजिशियन कादंबिनी गांगुली की तस्वीर का विमोचन किया, जो कांग्रेस के अधिवेशन में भाषण देने वाली प्रथम महिला थी। भारत की आजादी और भारत के लोगों के लिए जीवन समर्पित करने वाली स्वतंत्रता सेनानी, पर्यावरण प्रेमी और महान सामाजिक कार्यकर्ता सरला बहन की तस्वीर का भी विमोचन किया। महात्मा गाँधी व नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां और स्वतंत्रता सेनानी मीरा बेन की ऐतिहासिक तस्वीर का भी विमोचन किया; जो दिसंबर 1931 में स्विट्जरलैंड में ली गई थी। कार्यक्रम में पधारे एडवोकेट संदीप मान, एडवोकेट रामेश्वरदयाल आदि अन्य बुद्धिजीवियों को धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक ‘आजादी के दीवाने’ और ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ भेंट की गई। इस मौके पर वीर तेजाजी विकास संस्थान के अध्यक्ष जगदेव सिंह खरड़िया, शिक्षाविद् राजपाल सिंह फोगाट, समाजसेवी इंद्र सिंह शिल्ला, शिवदान सिंह भालोठिया, एड. संदीप मान, एड. रामेश्वरदयाल, धर्मपाल गाँधी, चंद्रवीर बुडानिया, दरिया सिंह, राकेश, अंजू गाँधी, सुमेर सिंह शेखावत आदि अन्य लोग मौजूद रहे। संस्थान के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी ने सभी का आभार व्यक्त किया।