[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

चिरंजीवी योजना बंद करके नई स्कीम लाने की तैयारी:25 नहीं 5 लाख रुपए तक मिलेगा हेल्थ कवर; कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए अलग से प्रावधान


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जयपुरटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

चिरंजीवी योजना बंद करके नई स्कीम लाने की तैयारी:25 नहीं 5 लाख रुपए तक मिलेगा हेल्थ कवर; कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए अलग से प्रावधान

चिरंजीवी योजना बंद करके नई स्कीम लाने की तैयारी:25 नहीं 5 लाख रुपए तक मिलेगा हेल्थ कवर; कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए अलग से प्रावधान

जयपुर : पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय शुरू हुई चिरंजीवी योजना को बंद कर सरकार ने नए सिरे से स्कीम लाने की तैयारी कर ली है। चर्चा है इस स्कीम में केन्द्र सरकार की हेल्थ स्कीम की तर्ज पर 5 लाख रुपए तक का ही इलाज मुफ्त मिलेगा। क्योंकि सरकार का मानना है कि अधिकांश बीमारियों का इलाज 4 से 5 लाख रुपए तक में हो सकता है।

इस योजना को लेकर कई बड़े सवालों के जवाब आना अभी बाकी हैं। जैसे- कैंसर, किडनी-लिवर ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज मुफ्त होगा या नहीं? क्या नई पॉलिसी में बीमा राशि बढ़ाई जाएगी? नई योजना के तहत इलाज मिलना कब तक शुरू हो जाएगा? क्या 70 साल से ज्यादा उम्र के वृद्ध लोगों को भी योजना में शामिल किया जाएगा?

एक्सप्लेनर में पढ़िए जनता से जुड़े ऐसे सवालों के जवाब…

क्या चिरंजीवी योजना बंद कर दी गई है?

राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से चिरंजीवी योजना को अघोषित तौर पर सरकार ने बंद कर रखा है। लोगों का अप्रैल-मई महीने में नए सिरे से 25 लाख रुपए का इंश्योरेंस का रिनुअल होना था, लेकिन सरकार ने केवल अप्रैल में 2 दिन ही विंडो ओपन करके लोगों से प्रीमियम की राशि ली और उसके बाद पोर्टल को अचानक से बंद कर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सत्ताधारी पार्टी पर हमलावर हैं। उन्होंने कहा था- अगर ये योजना ना होती तो ना जाने कितने गरीबों की जमीन-जायदाद इलाज में बिक जाती।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सत्ताधारी पार्टी पर हमलावर हैं। उन्होंने कहा था- अगर ये योजना ना होती तो ना जाने कितने गरीबों की जमीन-जायदाद इलाज में बिक जाती।

अब राजस्थान में कौनसी स्वास्थ्य बीमा योजना काम करेगी, कितने का इलाज मुफ्त में होगा?

अब राजस्थान में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम बदलकर उसे केंद्र की आयुष्मान योजना में मर्ज किया गया है। उसका नाम मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (MAA) कर दिया गया है। चिरंजीवी योजना का सरकार ने नाम ही नहीं बदला, बल्कि सुविधा का दायरा भी कम कर दिया है।

चिरंजीवी में 25 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा थी। अब आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक का इलाज ही मुफ्त मिलेगा। हालांकि, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है कि वे इस योजना का दायरा जल्द बढ़ाकर 10 लाख करेंगे। इसके बाद इसे 25 लाख तक लेकर जाएंगे।

उधर, स्वास्थ्य मंत्री का दावा है कि सुविधा उतनी ही मिलती रहेगी, हम योजना का स्ट्रक्चर बदलेंगे।

आखिर क्यों घटाया गया योजना का दायरा?

राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि पिछली सरकार की चिरंजीवी योजना की जांच और रिव्यू करवाया तो एक भी केस ऐसा नहीं निकला, जिसमें 25 लाख रुपए तक का इलाज हुआ और उसका भुगतान हुआ हो। केवल 2-4 केस ही ऐसे थे, जिसमें 13 लाख रुपए का भुगतान हुआ था।

मंत्री ने बताया कि प्रदेश में पिछले एक साल की रिपोर्ट देखें तो जितने भी चिरंजीवी हेल्थ इंश्योरेंस के तहत क्लेम का भुगतान हुआ उसमें 95 फीसदी से ज्यादा 3 लाख रुपए तक के ही हैं। कई छोटे-बड़े हॉस्पिटल और डॉक्टरों ने इस योजना का गलत फायदा उठाया है। अब हमारी सरकार नई स्कीम में हॉस्पिटलों का जोड़ने का काम नए सिरे से करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का कहना है कि योजना को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का कहना है कि योजना को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है।

कौन-कौनसी बीमारियों का इलाज मुफ्त में हो सकेगा?

योजना के तहत हर्ट सर्जरी, से लेकर हिप सर्जरी, घुटनों का रिप्लेसमेंट से लेकर बाईपास सर्जरी समेत तमाम बीमारियां इसमें शामिल की गई हैं। योजना में 1500 से अधिक तरह के टेस्ट भी मुफ्त में होंगे। प्राइवेट अस्पतालों में कैशलेस इलाज हो सकेगा।

किडनी-लीवर ट्रांसप्लांट, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों वाले रोगियों का क्या होगा?

मंत्री खींवसर ने बताया कि हमारी कोशिश है कि लोअर और मिडिल इनकम ग्रुप के लोगों को मेडिकल हेल्थ स्कीम का फायदा मिले। इलाज के लिए भर्ती मरीज का जल्द से जल्द क्लेम पास हो। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए हम एक अलग से बजट भी निर्धारित करेंगे, जिनको किडनी-लिवर ट्रांसप्लांट, बोनमेरो ट्रांसप्लांट या कैंसर का इलाज करवाना है, वो उस बजट का प्रयोग कर सकेंगे।

इसके तहत सरकार मरीज या हॉस्पिटल को डायरेक्ट भुगतान कर सके इस पर हम विचार कर रहे हैं। मंत्री ने बताया कि केंद्र से भी मदद की उम्मीद है। वह खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिलकर राज्य के लिए मदद की गुहार लगाएंगे।

राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर स्कीम का दायरा 5 लाख रुपए कर सकती है।
राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर स्कीम का दायरा 5 लाख रुपए कर सकती है।

पीएम नो घोषणा की थी, तो क्या 70 साल के वृद्ध का मुफ्त इलाज भी शामिल होगा?

हेल्थ मिनिस्टर शेखावत का कहना है कि मोदीजी ने 70 साल के वृद्ध के लिए मुफ्त इलाज का एक नया अध्याय खोला है। हम इंश्योरेंस कंपनियों और प्राइवेट अस्पताल के साथ इसे लेकर बात कर रहे हैं। इसे लागू करने में क्या-क्या चुनौतियां हैं इसे साफ करने के बाद ही हम नए सिरे से योजना को लाएंगे।

प्रीमियम राशि बढ़ाई जाएगी या नहीं?

वर्तमान में आमजन से हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम 850 रुपए लिया जाता है, यह राशि यथावत रहने का ही अनुमान है। बीपीएल के तहत आने वाले परिवारों की प्रीमियम राशि सरकार ही भरेगी। वहीं राजस्थान का अन्य निवासी 850 रुपए में रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।

सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के लाभार्थी परिवार, अन्य सभी परिवार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्डधारक, छोटे किसान और सभी विभागों के संविदा कर्मी इस योजना के लिए पात्र माने जाएंगे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है कि योजना का दायरा और बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है कि योजना का दायरा और बढ़ाया जाएगा।

नई योजना के तहत इलाज मिलना कब तक शुरू होगा?

स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अभी सरकार और बीमा कंपनियों से वार्ता का दौर चल रहा है। आगामी जुलाई में बजट सत्र भी शुरू होने वाला है। ऐसे में अनुमान है कि नई हेल्थ पॉलिसी की घोषणा बजट में ही होगी। उसके बाद तुरंत इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए जाएंगे।

कितने परिवारों को मिल रहा था चिरंजीवी योजना का लाभ?गहलोत सरकार ने पिछले साल बजट में इस योजना का 25 लाख रुपए तक के इलाज का प्रावधान किया था। एक जून 2023 तक इस योजना के लिए 1 करोड़ 35 लाख से ज्यादा परिवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था और प्रिमियम राशि दी थी।

योजना की शुरूआत मई 2021 से की गई थी, तब सरकार ने योजना में 5 लाख रुपए तक के इलाज का प्रावधान रखा था। साल 2022-23 के बजट में सरकार ने इसकी लिमिट को 10 लाख रुपए बढ़ा दिया था, जबकि साल 2023-24 के बजट में इसे बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दिया था। नई योजना के तहत कुछ लाख परिवारों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।

आयुष्मान योजना में कैसे अप्लाई करें?

अभी योजना का फाइनल ड्राफ्ट तैयार नहीं हुआ है। नियम व शर्तें सामने आने के बाद नया पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। जिसमें लॉगिन कर अप्लाई किया जा सकेगा। योजना में आवेदन के लिए कुछ सामान्य डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी।

  • जन आधार कार्ड अथवा जन आधार के पंजीकरण रसीद का नंबर।
  • आधार कार्ड, जन आधार कार्ड
  • परिवार के सभी सदस्यों का नाम और उम्र के प्रमाणित दस्तावेज।

Related Articles