[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

166 वें दिन भी धरना जारी : मोहनजोदड़ो, हड्डपा व सिंधुघाटी सभ्यता को हमने किताबों मे पाठा ठीक उसी तरह हमारी नश्ले बिना पानी के शेखावाटी को पढ़ेगी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चिड़ावाझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

166 वें दिन भी धरना जारी : मोहनजोदड़ो, हड्डपा व सिंधुघाटी सभ्यता को हमने किताबों मे पाठा ठीक उसी तरह हमारी नश्ले बिना पानी के शेखावाटी को पढ़ेगी

166 वें दिन भी धरना जारी : मोहनजोदड़ो, हड्डपा व सिंधुघाटी सभ्यता को हमने किताबों मे पाठा ठीक उसी तरह हमारी नश्ले बिना पानी के शेखावाटी को पढ़ेगी

पानी की एक बूंद नहीं है, मैं तो यही जानूँ हूँ पाणी कोनी अपील है पानी द्यो
चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान सतवीर योगी की अध्यक्षता में आज 166 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर विभिन्न गाँव गाँव से आई मातृशक्ति नैना बसेरा, तारावती, कृष्णा शास्त्री, दयाकौर ने पानी की हो रही महामारी, डकैती, कलाबाजारी, जबरजस्ती सभी के बारे में खुलकर बताया है। पानी की किल्लत के चलते सब कुछ जो ना सोचा था कभी वो भी हो रहा है गावों में सार्वजनिक कूओं पर बनी टंकियों से रातों रात पानी चोरी हो जाती है और लोग सोऐ रह जाते है। सुबह जब छानबीन होती है तो सीनाजोरी ही हाथ लगती है और गरीब तबका देखता रह जाता है ये हालात हैं।

थाने कचहरियों में रोज पानी से जुड़े मुद्दे सुनाऐ और सुनवाई न्यायालयों में सुने जाते और निपटाये जाते है। प्रति व्यक्ति रोज कम से कम 100 लीटर पानी चाहिए परन्तु 20 लीटर भी नहीं मिल रहा है ऐसे में रोजमर्रा में होने वाले कामों पर असर पड़ा है दिनचर्या व्यस्त हुई है। पानी की पूर्ति के चक्कर में लोगों के रोजगार अव्यवस्थित होने जा रहे हैं। आऐ दिन इस शेखावाटी धरा पर पानी को लेकर रिश्ते, विवाह, शादी, होना तो दूर बल्कि तलाक़, विच्छेद हो जाते हैं। और इन सबको लेकर अपराध बढते जारहें हैं अगले दो से पांच साल में शेखावाटी का अस्तित्व ही मिट जाऐगा।

कभी इतिहास के पन्नों में भले ही पढ लेना कि यहाँ शेखावाटी सभ्यता थी। जैसे मोहनजोदड़ो, हड्डपा व सिंधुघाटी सभ्यता के लिए हमने भी किताबों में पांचवी, छट्ठी कक्षाओं में पढ़ा है आज से पचास चालीस साल पहले और सरकार चाहती भी यही हैं। जनता भी सो रही है वरना ऐलान-ऐ- जंग का बिगुल तो बज ही उठा है यमुना पानी का, नहर का जल लाने का परन्तु जनता को होश आया ही नहीं है और ना सरकारों की भी कुंभकर्णी नींद कब टूटेगी तब तक सब कुछ मटिया मेट होने जा रहा है। अब जब पानी नहीं रहा है तो जनता को भी होश आया है, गुस्सा भी आया है, आन्दोलन भी बड़ा होगा लेकिन सरकार को अब भी कोई रास्ता सूझ नहीं रहा है और ना दबाव है। ऐसे में किसान सभा ने बीड़ा उठाया है तो कह रहे हैं ये राजनीति है। क्या होगा इस शेखावाटी क्षेत्र में राम जाने ।

धरने पर आज किसान सभा के जिला महामन्त्री मदनसिंह यादव, उपाध्यक्ष बजरंग बराला, तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री,रणधीर ओला, कामरेड प्रेम नेहरा,ताराचंद तानाण,महेन्द्र वर्मा, सौरभ सैनी, करण कटारिया ,जयसिंह, जयन्त चौधरी, चांदकौर, नैना बसेरा, तारवती यादव, कृष्णा शास्त्री, सिलोचना, दयाकौर, रेखा, मेवा, महीपाल, जोगेन्द्र, भावेश, प्रिंस, निखिल, यशवीर,रोहित,सुनिल, सन्दीप, राजवीर, ज्वाहरसिंह यादव, जयपाल सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।

Related Articles