159 वें दिन भी जारी धरना रहा : राहत की सांस ली किसानों ने पर काम नहीं होने तक आन्दोलन जारी रखेंगे
"मुख्यमंत्री जी के फैसले का स्वागत परन्तु आन्दोलन जारी काम धरातल पर आने तक"

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले जिला महामन्त्री मदनसिंह यादव की अध्यक्षता में आज 159 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर आज तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह व महिला विंग अध्यक्षा सुनिता खेदड ने कहा कि कल राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी के द्वारा शेखावाटी को पानी देने के प्रति अपनी सरकार की कृतज्ञता दिखाते हुए शेखावाटी में यमुना नहर को लाने के प्रत्येक पहलुओं पर सम्बंधित विभागीय अधिकारयों की किसान आन्दोलन को संज्ञान में लेते हुए तुरंत बैठक बुलाई और कहा कि इस कार्य को धरातल पर उतारने बाबत रोज मोनीटरिंग की जाकर मुझे सुचित करना होगा और शेखावाटी क्षेत्र को 1994 के समझौते के अनुसार पूरा पानी मिलेगा। उन्होंने कहा हमारी सरकार में आचार संहिता के बाद पहला काम है जिसे पहली प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश में किसी को भी प्यासा नहीं मरने दिया जाऐगा और शेखावाटी क्षेत्र का 70 हजार हेक्टेयर भूमि से भी ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई होगी ये हमारी मंशा है।
इसके जवाब में इधर किसानों ने फैसले का पूरजोर स्वागत किया है परन्तु आन्दोलन जारी रखते हुए आगामी कदम उठाने के लिए एकबार ढील बरती जाकर वस्तु स्थिति पर पूरी नजर रखेंगे तथा धरना भी जारी रहेगा। किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री जी ने फैसला किया वो तो अच्छा है पर किसानों के साथ अनेक बार छलावा हुआ है विश्वास भी नहीं करेंगे और उनके फैसले के अनुसार उन्हें समय देने के लिए कल किसान सभा की कोर कमेटी में फैसला हुआ है कि आन्दोलन तो जारी रहेगा पर अगला कदम एकबार स्थगित कर दिया गया है। किसानों के अनुसार यमुना जल को लेकर पूरे मामले पर कड़ी नजर रखी जाऐगी। ज्ञात हो कि नहर आन्दोलन को देखते हुए किसान सभा का सालाना राज्य स्तरीय सम्मेलन और प्रशिक्षण भी इस बार आगामी आनेवाले 25 जून को चिडावा में होने जा रहा है। अतः किसान भी इसबार पूर्ण विश्वास सरकार पर नहीं करेंगे और फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं।
धरने पर आज जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, ताराचंद तानाण, जयन्त चौधरी, सौरभ सैनी, करण कटारिया, जयसिंह, ऋषिपाल शैदपुर, सन्तरा देवी, रेशमी देवी, कृष्णा देवी, बलराम, राजवीर, विकास, नरेंद्र, सतेन्द्र, अबिद खान, पवन यादव, बलबीर कलगांव आदि उपस्थित रहे।