बाजार साथ नहीं ले गई मां, नाराज लाडले ने उसी के आंचल से लगा ली फांसी
राजसमंद जिले के पुठोल गांव में एक 13 वर्ष के बेटे ने मां के साथ बाजार जाने की जिद की मगर मां उसे साथ नहीं ले गई. इससे नाराज होकर बेटे ने अपने ही घर में साड़ी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. बाजार से वापस आने पर परिजनों को वारदात का पता चला तो सभी के होश उड़ गए.
राजसमंद : राजसमंद के पुठोल गांव में एक मां अपने बेटे को साथ में बाजार नहीं लेकर गई। इससे नाराज होकर 13 साल के बेटे ने साड़ी से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
दरअसल पुठोल गांव में 13 साल के बेटे ने मां के साथ बाजार जाने की जिद की। मगर मां उसे साथ नहीं ले गई। इससे नाराज होकर बेटे ने घर में साड़ी से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। बाजार से वापस आने पर परिजनों को वारदात का पता चला तो सभी के होश उड़ गए।
मां-बेटी गई थी बाजार
राजनगर थाना क्षेत्र के पुठोल गांव में युवराज सिंह (13) पुत्र उम्मेद सिंह ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। ग्रामीणों ने बताया कि युवराज ने अपनी मां अणछा कुंवर के साथ बाजार जाने की जिद की, मगर मां ने उसे समझा बुझाकर घर पर रहने के लिए कहा। इसके बाद मां और बेटी दोनों बाजार चले गए। इसके बाद घर पर युवराज अकेला ही था।
कमरे का गेट तोड़ा तो उड़े होश
उसके दादा ने उसे गांव में किसी खाने में जाने के लिए कहा मगर युवराज उनके साथ नहीं गया। इसके बाद युवराज सिंह मां से नाराज होकर अपने कमरे में गया और उसने साड़ी का फंदा लगाकर सुसाइड कर दिया। जब युवराज की मां और परिजन वापस घर आए तो उन्होंने कमरे का दरवाजा खटखटाया, परिजनों ने देखा कि युवराज सो रहा होगा। मगर काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर नहीं खोला। इसके बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया।
बेटे की लाश देख मां हो गई बेसुध
गेट तोड़ा तो कमरे के अंदर 13 साल के युवराज की लाश लटकी मिली। ये नजारा देखकर सभी के होश उड़ गए। जैसे ही मां ने युवराज की लाश देखी तो रो पड़ी और बेसुध हो गई। इसके बाद आस-पास के बड़ी संख्या में लोग घर मौके पर पहुंचे। सूचना पर राजनगर पुलिस भी मौके पर पहुंची।
बार-बार अपने बेटे को पुकारती रही मां
मृतक के पिता उम्मेद सिंह विदेश में रहते है, उनके एक ही बेटा है। एक बेटी तन्नू (15) है। युवराज सिंह कक्षा 6 में पढ़ता था। युवराज की मौत के बाद गांव में मातम पसर गया। युवराज की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। वो बार-बार अपने बेटे को पुकारती रही। वहीं गांव के लोग भी घर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया।
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