शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन:मांगों की अनदेखी का आरोप; महिला कार्मिक के साथ दुर्व्यवहार मामले में कार्रवाई की मांग
शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन:मांगों की अनदेखी का आरोप; महिला कार्मिक के साथ दुर्व्यवहार मामले में कार्रवाई की मांग

झुंझुनूं : शिक्षक संघ (सियाराम) की ओर से अध्यापिका का वेतन रोके जाने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर झुंझुनूं में सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया गया। शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर धरना देकर आक्रोश व्यक्त करते हुए मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया।
संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक कुल्हरी ने बताया- राजकीय सेठ राम प्रताप सौंथलिया उच्च माध्यमिक विद्यालय इस्लामपुर के प्रधानाचार्य द्वारा अध्यापिका का वेतन रोके जाने, एसीपी आवेदन आगे नहीं भेजने, अध्यापिका को प्रताड़ित करने की लिखित शिकायत के बाद भी प्रधानाचार्य पर कार्रवाई नहीं की गई।
FIR के बाद भी कार्रवाई नहीं
महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय बीबासर प्रधानाचार्य द्वारा कार्मिकों का वेतन रोकने व महिला कार्मिक के साथ दुर्व्यवहार की एफआईआर के बाद भी कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि काफी समय से इन मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, इसके बाद भी कार्रवाई नहींं की जा रही है। इससे शिक्षकों में आक्रोश है।
संगठन के संरक्षक राजकुमार मुंड ने बताया कि इस्लामपुर प्रधानाचार्य ने अपने अधीनस्थ शिक्षिका का 10 दिन का वेतन अपनी हठधर्मिता के कारण रोक हुआ है एवं एसीपी आवेदन भी नहीं ले रहे हैं। जबकि पूर्व में इस मामले को लेकर धरना दिया गया था और जॉइन्ट डायरेक्टर ने संबंधित प्रधानाचार्य को वेतन बनाने के लिए पाबंद किया गया, लेकिन 12 माह बाद भी वेतन नहीं बनाया गया है।
5-6 शिक्षकों का वेतन रोका गया
इसी प्रकार एमजीजीएस बीबासर के 5-6 शिक्षकों का वेतन प्रधानाचार्य परमजीत जानू द्वारा रोका गया है। उन प्रधानाचार्यों पर विद्यालय की शिक्षिका द्वारा एफआईआ दर्ज करवाई गई थी, जिसमें प्रधानाचार्य गिरफ्तार होकर पुनः जमानत पर है। परन्तु विभाग द्वारा 16 सीसी जांच गबन की चल रही है, बावजूद उसके विभाग द्वारा निलंबन या अन्य कार्यवाही अभी तक लंबित है।
प्रधानाचार्य लगातार अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर दबाव डाल रहे और वेतन रोकने का डर दिखा रहे हैं और रोक भी रहे हैं। इन मामलों को लेकर 2023 में धरने प्रदर्शन किए गए। विभाग द्वारा निस्तारण का आश्वासन मिलने पर धरना समाप्त कर दिया था। परन्तु आज तक मामलों का निस्तारण नहीं हुआ है।
इस दौरान संगठन महामंत्री उम्मेद डूडी, राधेश्याम मान, जिलाध्यक्ष अशोक कुल्हरि, जिला मंत्री सुदेश यादव, वेदकाश, रतिराम धींवा, रामसिंह राहड़, विजेन्द्र बुड़ानिया, मनोज यादव, नरेन्द्र झाझड़िया सहित जिलेभर से शिक्षक धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।