बीकानेर : बीकानेर में मंगलवार रात को पार्लर संचालिका की गला काटकर बेरहमी से हत्या करने वाला उसके पति का पूर्व ड्राइवर निकला। उसे कुछ साल पहले नौकरी से निकाल दिया गया था।
इसके बाद वह लगातार पत्नी को उठाने की धमकियां दे रहा था। घर में घुसकर परेशान करता था। लेकिन, जब उसे लगा कि उसकी धमकियों का परिवार पर कोई असर नहीं हो रहा है तो महिला की गला रेत कर हत्या कर दी।
पुलिस जांच में एक और कहानी यह भी सामने आई है कि वह लक्ष्मी के साथ शादी के सपने देखता था। इसी बात लेकर उसका लक्ष्मी के साथ झगड़ा हुआ और तैश में आकर उसने हत्या कर दी।
आरोपी समीर 6 साल पहले था ड्राइवर
मृतक महिला लक्ष्मी पुरोहित (47) नया शहर थाना क्षेत्र के सालों की हवेली की रहकर ब्यूटी पार्लर चलाती थी। पति राजेश पुरोहित शिक्षा विभाग में सरकारी कर्मचारी हैं। राजेश पुरोहित ने बताया कि 2017 में उन्होंने अल्टो कार खरीदी थी। इस पर मुक्ता नगर सेक्टर-3 में रहने वाले समीर खान को उन्होंने अपना ड्राइवर रखा था।
कुछ समय तक तो सब कुछ सही चल रहा था। लेकिन, इसके बाद उसकी शिकायतें आने लगी। वह उनकी पत्नी लक्ष्मी को परेशान करने लगा था। इस पर उसे समझाया भी लेकिन माना नहीं। आखिर उसे एक महीने बाद ही नौकरी से हटा दिया। लेकिन, इसके बाद भी वह घर आता-जाता रहता था। पत्नी व परिवार को भी परेशान करता था।
हत्या से कुछ दिन पहले भी धमकाया था
राजेश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नौकरी से निकाले जाने के बाद वह कई बार फोन पर धमकी देता था कि तेरी पत्नी को उठाकर ले जाऊंगा। राजेश ने बताया कि घटना से कुछ दिनों पहले भी उसने मुझे और पत्नी को फोन कर धमकी दी थी। कह रहा था कि तुम्हारी पत्नी को उठाकर ले जाऊंगा।
घर से निकलने के बाद कॉल किया तो फोन बंद था
राजेश ने बताया कि सोमवार की शाम करीब 7 बजे पत्नी लक्ष्मी गणेश और माता जी के मंदिर जाने का कहकर घर से निकली थी। एक घंटे बाद जब वह नहीं आई तो चिंता बढ़ने लगी। इसके बाद उसे कॉल किया तो फोन स्वीच ऑफ था।
इधर, समीर की दी हुई धमकी की बात सामने आई तो मैंने उसे भी कॉल किया लेकिन उसका फोन नेटवर्क में नहीं था। काफी देर इंतजार के बाद मैंने पत्नी की तलाश शुरू की। मंदिर जाकर भी देखा, रिश्तेदारों के यहां भी गया लेकिन लक्ष्मी का कोई पता नहीं लगा था। बाद में पुलिस के जरिए पत्नी की हत्या की सूचना मिली।
राजेश ने रिपोर्ट में बताया कि मेरी पत्नी का मर्डर समीर ने ही किया है। क्योंकि वह उसे लगातार परेशान करता था और कई बार उसे उठा ले जाने तक भी धमकी दे चुका था।
समीर ने लक्ष्मी को फोन कर बुलाया था, 2 इंच तक गर्दन काटी
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि समीर ने लक्ष्मी को फोन कर उरमूल सर्किल बुलाया था। यहां दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद समीर लक्ष्मी को आरसीपी कॉलोनी ले गया।
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि समीर ने पूछताछ में कई बातें कबूल की है। वह उरमूल सर्किल के बाद लक्ष्मी को सुनसान कॉलोनी में ले गया था। समीर को ऐसा लगता था कि वह लक्ष्मी के साथ शादी करेगा। आशंका है कि इसी तरह की कोई पर दोनों में बहस हुई होगी।
इसके बाद तैश में आकर समीर ने लक्ष्मी का गला काटा दिया। गला इतना बुरी तरह से रेता गया कि लक्ष्मी के गले में 2 इंच तक का घाव हो गया। इस हमले में उसके गले की नसें और मांसपेशियां तक कटकर बाहर आ गई थी। खून से लक्ष्मी का पूरा शरीर और कपड़े तक सन गए थे।
रात 8 से 9 बजे के बीच किया मर्डर, फिर सुसाइड की कोशिश
पुलिस के मुताबिक लक्ष्मी का मर्डर समीर ने रात 8 से 9 बजे के बीच किया था। जब उसने लक्ष्मी को तड़पते देखा तो वहां से फरार हो गया। इसके बाद उसने अपने हाथ की नसें काटकर सुसाइड की कोशिश भी की थी। लेकिन, वह बच गया। फिर रात करीब 12 बजे वह पीबीएम हॉस्पिटल पहुंचा। इलाज नहीं होने के नाम पर हुडदंग करने लगा।
अस्पताल में हंगामा होते देख जब पुलिस वहां पहुंची तो समीर ने झूठी कहानी बनाई। बताया कि वह ट्रेन से कट गया था। जब पुलिस ने ट्रेन एक्सीडेंट का रिकॉर्ड खंगाला तो ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई। समीर के हाथ और सिर में चोट लगी थी।
बीछवाल थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा ने बताया कि इसके बाद समीर खान को हिरासत में लकर पूछताछ की गई। अभी तक उससे पूछताछ की जा रही है। समीर खान से अब तक हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद नहीं हुए हैं।
नागौर में पार्षद थी लक्ष्मी
राजेश पुरोहित मूल रूप से नागौर के रहने वाले हैं। लक्ष्मी जब अपने ससुराल नागौर में थी तो वहां से नगर परिषद का चुनाव भी लड़ा था। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में जीतकर वो पार्षद बन गई थी। हालांकि बीकानेर आने के बाद वो राजनीतिक गतिविधियों में बिल्कुल सक्रिय नहीं थी।
लक्ष्मी का पीहर बीकानेर में हर्षों के चौक में है। लक्ष्मी के भाई अमरचंद मोहता इन दिनों गिरिराज जी दर्शन के लिए गए हुए थे। लक्ष्मी के एक छोटी बेटी है। हत्या के बाद घर में मातम का माहौल है।