High level Politics: मंत्रिमंडल के गठन की बैठक से वसुंधरा को रखा गया बाहर, राजस्थान के तमाम दिग्गज रहे मौजूद
Rajasthan Politics: राजस्थान की राजनीति में राज ही नहीं रिवाज भी बदल रहा है। जिस वसुंधरा राजे के बिना यहां भाजपा का पत्ता भी नहीं हिलता था आज उन्हें मंत्रिमंडल गठन से जुड़ी अहम प्रक्रिया से भी पूरी तरह बाहर रखा गया है। बताया जा रहा है कि राजे को इस बैठक में आमंत्रित ही नहीं किया गया।

Rajasthan Politics : राजस्थान में भाजपा की नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए रविवार शाम दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक करीब डेढ़ घंटे चली। बताया जा रहा है कि इस बैठक में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर मोहर लग गई है और अगले तीन-चार दिनों में राजस्थान में मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है।
इन सब बातों से परे सबसे अहम बात यह है कि राजस्थान की भाजपाई सियासत में अपना महत्वपूर्ण दबदबा रखने वाली पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इस प्रक्रिया से पूरी तरह बाहर रखा गया है। जबकि बैठक में प्रदेश के अन्य कई बड़े नेता मौजूद थे।
इस उच्च स्तरीय बैठक में शामिल होने पहुंचे नेताओं में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी के नाम शामिल हैं।
हालांकि किसी भी नेता ने बैठक से संबंधित कोई भी बात मीडिया से नहीं की लेकिन बताया जा रहा है कि इस बैठक में मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले लगभग 20 नामों पर सहमति बनी है और इस सप्ताह के मध्य तक राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर मंत्रिमंडल विस्तार का समय मांग सकते हैं। हालांकि दिल्ली रवाना होने से पहले भी भजनलाल शर्मा ने कलराज मिश्र से मुलाकात की थी।