गहलोत ने सीएम पद से इस्तीफा दिया:भाजपा में CM पर दिल्ली में होगा फैसला, वसुंधरा और तीन केंद्रीय मंत्रियों के नाम चर्चा में
गहलोत ने सीएम पद से इस्तीफा दिया:भाजपा में CM पर दिल्ली में होगा फैसला, वसुंधरा और तीन केंद्रीय मंत्रियों के नाम चर्चा में

जयपुर : राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार के बाद हलचल बढ़ गई है। सीएम अशोक गहलोत ने आज शाम राजभवन जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। गहलोत ने नतीजे आने के बाद कांग्रेस वॉर रूम में बैठकर पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा और वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा की। गहलोत ने इस्तीफा देने से पहले कांग्रेस वॉर रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
बीजेपी की जीत के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सरकार बनाने को लेकर बैठकें कीं। दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान को लेकर बैठक बुलाई है। नड्डा ने प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी से फीडबैक लिया है। चुनावी नतीजों के बाद शाम को बीजेपी की हाईलेवल बैठक बुलाई गई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को दिल्ली बुलाया गया है।
बीजेपी अब औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। केंद्रीय नेतृत्व से इशारा मिलने के बाद वरिष्ठ नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बीजेपी में लगातार मंत्रणाओं का दौर चल रहा है।

बीजेपी में सीएम पर फैसले के लिए बैठकों का दौर
बीजेपी में सीएम के फैसले पर अब दिल्ली से लेकर जयपुर तक बैठकों का दौर चलेगा। फिलहाल सीएम चेहरों ने किसी तरह के शक्ति-प्रदर्शन से खुद को दूर कर रखा है। राजस्थान सीएम पर फैसले के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता अब हाईकमान के रुख का इंतजार कर रहे हैं।
विधायक दल की बैठक में होगा नए सीएम का ऐलान
बीजेपी में नए सीएम को लेकर विधायक दल की बैठक में घोषणा होगी। बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाने को लेकर जल्द ही समय तय होने की संभावना है। बीजेपी में विधायक दल की बैठक में ही मुख्यमंत्री का नाम घोषित करने की परंपरा रही है।
साल 2003 में जब वसुंधरा राजे पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं, उस वक्त भी विधायक दल की बैठक में ही घोषणा की गई थी। बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में उस समय के चुनाव प्रभारी प्रमोद महाजन ने वसुंधरा राजे के नाम की घोषणा की थी। उसके बाद भी यही परंपरा अपनाई जाती है।
नए सीएम का शपथ ग्रहण 7 दिसंबर को संभव
बीजेपी से जुड़े सूत्रों के अनुसार नए सीएम पर फैसला जल्द होने के आसार हैं। 7 दिसंबर को नए सीएम का शपथ ग्रहण हो सकता है। इसके लिए जयपुर में सार्वजनिक समारोह किया जाएगा। दो बार वसुंधरा राजे सीएम बनीं, तब विधानसभा के सामने जनपथ पर शपथ ग्रहण समारोह किया गया था, एक बड़ी सभा का रूप दिया गया था। नए सीएम के शपथ ग्रहण में वही परंपरा निभाई जा सकती है।
नए सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री की दौड़ में आधा दर्जन नेता
बीजेपी ने इस बार सीएम का चेहरा घोषित किए बिना चुनाव लड़ा था। वसुंधरा राजे जब 2003 और 2013 में सीएम बनीं, तब वे पहले से घोषित चेहरा थीं। इस बार बीजेपी ने बिना सीएम चेहरा घोषित किए सामूहिक लीडरशिप में चुनाव लड़ा था।
पहले से सीएम चेहरा घोषित नहीं होने की वजह से इस बार नए सीएम को लेकर कई नेताओं के नाम चल रहे हैं। वसुंधरा राजे के अलावा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर, पूर्व संगठन मंत्री रहे प्रकाश चंद के नाम चर्चा में हैं।

वसुंधरा बोलीं- ये जीत मोदी की गारंटी, शाह की रणनीति, नड्डा के नेतृत्व की
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा- राजस्थान की हमारी शानदार जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र और उनकी दी हुई गारंटी की जीत है। यह जीत हमारे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल नेतृत्व की जीत है।
सबसे महत्वपूर्ण यह जीत कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्होंने प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की पूरी कोशिश करते हुए उसी दिशा में मेहनत की। यह जनता जनार्दन की जीत है, जिसने कांग्रेस के कुराज को नकारते हुए और भाजपा के सुराज को अपनाने का काम किया है। यह जीत 2024 में मोदी जी को फिर से देशवासियों की सेवा का अवसर देगी।
गहलोत ने कहा था- सीएम पद मुझे नहीं छोड़ रहा, शायद आगे भी नहीं छोड़ेगा
सीएम अशोक गहलोत ने अगस्त में जयपुर में एक समारोह में कहा था- मैं मुख्यमंत्री का पद छोड़ना चाहता हूं, लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है और शायद आगे भी नहीं छोड़ेगा। गहलोत ने कई बार इस बयान को दोहराया था, इस बयान को आगे सीएम की दावेदारी बरकरार रखने से जोड़ा गया था। हालांकि अब कांग्रेस की हार के बाद गहलोत सीएम पद छोड़ चुके हैं, तो उनके पुराने बयानों की फिर चर्चा हो रही है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 5 दिसंबर को, नेता प्रतिपक्ष पर फैसला संभव
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 5 दिसंबर को जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। जिसमें नेता प्रतिपक्ष के चयन पर फैसला होने के आसार हैं। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के चयन का फैसला हाईकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पास हो सकता है। विधायक दल की बैठक में हार के कारणों की समीक्षा पर चर्चा होने के साथ ही इसकी समीक्षा के लिए कमेटी बनाई जा सकती है।
गहलोत ने हार मानी, नई सरकार को बधाई देते हुए सलाह दी
सीएम अशोक गहलोत ने हार मानते हुए नई सरकार को शुभकामनाएं दी है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर हार मानते हुए बयान जारी किया है। गहलोत ने कहा- जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे। मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं।
गहलोत ने कहा- मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही न करें। OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं और जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है, वो इसे आगे बढ़ाएं।