Polls 2023: मुहूर्त-नक्षत्रों में क्यों उलझी कांग्रेस, सूची देर से जारी करने के पीछे कहीं ये रणनीति तो नहीं?
शास्त्रों में अश्विन मास के कृष्ण पक्ष को पितृों को समर्पित किया गया है। यहीं वजह है कि इन 15 दिनों में देवकार्य नहीं किए जाते है, लेकिन 15 अक्तूबर को नवरात्र शुरु हो रहे है। इन दिन पदम योग भी है। जो राजनीतिक दृष्टि से बहुत ही शुभ होता है।
Polls 2023 : मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ सहित दो अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने एमपी, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पार्टी की अगली सूची कुछ दिनों में आने की उम्मीद है। इधर, कांग्रेस ने अभी तक चुनावी राज्यों की एक भी लिस्ट जारी नहीं की है। छत्तीसगढ़ में सात नवंबर को पहले चरण की वोटिंग होना है, समय कम है, फिर भी कांग्रेस शुभ मुर्हूत का इंतजार कर रही है। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि नवरात्र के पहले दिन सूची जारी की जा सकती है। अभी पितृ पक्ष चल रहा है। ऐसे में कोई लिस्ट जारी करना शुभ नहीं होगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सूची जारी करने के पीछे हो सकता है कि कांग्रेस की कोई रणनीति हो। अगर पार्टी नवरात्र में उम्मीदवार घोषित करती है तो यह पार्टी का हिंदुत्व कार्ड साबित होगा। पार्टी इस बहाने से यह भी बताने की कोशिश कर रही है कि वह शास्त्रों और नक्षत्रों के साथ साथ धार्मिक मान्यताओं पर भी विश्वास करती है। नवरात्र से महिला वोटर्स को साधने की कोशिश होगी। यह दांव भाजपा पर भारी पड़ सकता है। शास्त्रों में अश्विन मास के कृष्ण पक्ष को पितृों को समर्पित किया गया है। यहीं वजह है कि इन 15 दिनों में देवकार्य नहीं किए जाते है। लेकिन 15 अक्तूबर को नवरात्र शुरु हो रहे है। इन दिन पदम योग भी है। जो राजनीतिक दृष्टि से बहुत ही शुभ होता है।
मध्यप्रदेश: कांग्रेस की पहली लिस्ट नवरात्र के पहले दिन
एमपी में भाजपा की ओर से अब तक चार सूची जारी की जा चुकी हैं। लेकिन कांग्रेस ने अब तक एक भी सीट पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस की घोषणा के मुताबिक वह नवरात्रि की पर्व यानी नवरात्रि के पहले दिन अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी। मंगलवार को सतना में मीडिया से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कह चुके है कि कांग्रेस की सूची श्राद्ध पक्ष के बाद आएगी।