गोठड़ा : खेतड़ी के गोठड़ा के नव निर्मित पीएचसी भवन का निर्माण कार्य अब नियमों के फेर में उलझता नजर आ रहा है। भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का पूर्ण रूप से लाभ नहीं मिल पा रहा है। वही भवन नहीं होने के कारण वैकल्पिक तौर पर पंचायत भवन के खाली पड़े एक कमरे में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 के बजट में गोठड़ा में क्षेत्र के लोगों की डिमांड को देखते हुए पीएचसी बनाने की घोषणा की गई थी। जिसके बाद 15 जुलाई 2021 को चिकित्सा विभाग ने बजट घोषणा के अनुसार गोठड़ा के खाली पड़े पंचायत भवन में पीएचसी का संचालन शुरू कर दिया, लेकिन पिछले दो साल से इसे एक कमरे में ही चलाया जा रहा है। वर्तमान में पीएचसी में एक कमरा मात्र बना हुआ है। जिसमें प्रतिदिन 300 से अधिक मरीजों की ओपीडी होती है।
वही 20 से 25 मरीजों को भर्ती भी किया जाता है। गोठड़ा में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने के कारण क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय विधायक व सरकार से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की काफी प्रयास किए गए थे। जिस पर सरकार ने पीएचसी बनाने की घोषणा की थी। गोठड़ा पीएचसी पर खेतड़ी नगर कस्बे के अलावा करीब एक दर्जन गांव व ढाणियों के लोगों उपचार के लिए आते हैं। दो करोड़ की लागत से बनने भवन का 6 जनवरी 2023 को विधायक डॉ जितेंद्र सिंह की ओर से शिलान्यास किया गया था। जिसके कुछ दिन बाद ही सिंघाना- जयपुर स्टेट हाईवे पर पंचायत भवन के पास निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था, लेकिन अब बिजली की लाइनों के चलते निर्माण कार्य अधर झूल में ही लटक रहा है।
जेईएन सतवीर सिंह ने बताया कि पावर हाउस के पास पीएचसी भवन का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, जिसके ऊपर से 33 केवी बिजली की सप्लाई लाइन गुजर रही है। जिससे कभी भी निर्माण कार्य के दौरान बड़ा हादसा हो सकता है। जिसको लेकर चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत करवाया गया था। वहीं लाइन शिफ्टिंग होने तक निर्माण कार्य बंद करने के लिए कहा गया था।
निर्माण कार्य करने वाले एनआरएचएम के एक्सईएन धने सिंह ने बताया कि पीएचसी का निर्माण कार्य चल रहा है बिजली विभाग की ओर से कोई भी पत्र नहीं दिया गया। यदि बिजली विभाग की ओर से कोई पत्र मिलेगा तो निर्माण कार्य को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।