जिंदा महिला को मृत घोषित कर पेंशन बंद की:विधवा महिला खुद को जीवित साबित करने के लिए भटक रही
जिंदा महिला को मृत घोषित कर पेंशन बंद की:विधवा महिला खुद को जीवित साबित करने के लिए भटक रही
झुंझुनूं : झुंझुनूं के केसरीपुरा की मनोहरी देवी पिछले 8 महीने से खुद को जिंदा साबित करने की लड़ाई लड़ रही है। महिला को सरकारी अफसरों ने बिना जांचे ही कागजों में मृत घोषित कर दिया है। खुद को जिंदा करने के लिए पिछले कई महीनों से दफ्तरों के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है।
मनोहरी देवी को करीब 8 महीने पहले अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिना जांच किए ही कागजों पर मृत घोषित कर विधवा पेंशन तक बंद कर दी गई है। इसके बाद से ही मनोहरी देवी खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगा रही है।
मनोहर देवी अधिकारियों-कर्मचारियों के सामने कई बार हाजिर होकर जिंदा होने का प्रमाण दे चुकी है। लेकिन नकारा सिस्टम मानने को तैयार नहीं है कि वह जिंदा है।
मनोहरी देवी ने बताया कि वह 2019 से विधवा पेंशन ले रही हैं। लेकिन जनवरी 2023 से अचानक खाते में आने वाली राशि बंद हो गई। पूछताछ की तो पता चला की पंचायत समिति से पेंशन रोक दी गई है। वहा जाकर पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी मृत्यु हो चुकी है। इस कारण उनकी पेंशन बंद की गई है।
कलेक्टर तक लगाई गुहार
पेंशन बंद होने के कारण मनोहरी देवी की माली हालत बहुत खराब हो चुकी है। पेंशन के सहारे उनका गुजारा चल रहा था और वो अपनी जिंदगी के इस पड़ाव में किसी तरह जिंदगी गुजार रही थीं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिना जांच किए ही उन्हें कागजों पर मृत घोषित कर दिया गया।
मनोहरी देवी बंद हुई पेंशन को दोबारा शुरू करवाने को लेकर पंचायत से लेकर जिला कलेक्टर तक गुहार लगा चुकी है। लेकिन सिस्टम है कि सुनने को तैयार ही नहीं है।