झुंझुनूं : दो साल की बच्ची को अस्पताल में ही भूल गए:पति-पत्नी आपस में झगड़ा करते निकल गए, पुलिस ने परिजन तक पहुंचाया
दो साल की बच्ची को अस्पताल में ही भूल गए:पति-पत्नी आपस में झगड़ा करते निकल गए, पुलिस ने परिजन तक पहुंचाया

झुंझुनूं : पति-पत्नी के बीच आपसी कहासुनी इतनी बढ़ी कि अपनी दो साल की मासूम बेटी को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में ही छोड़ गए। बाद में अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की तत्परता ने बच्ची को परिजन के पास पहुंचा दिया। जानकारी के अनुसार मलसीसर से एक दंपती अपनी दो साल की बेटी के साथ बीडीके अस्पताल परिसर में संचालित इंदिरा रसोई में खाना खाने के लिए आए थे। खाना खाने के बाद पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
इस बीच दोनों मासूम बेटी को साथ ले जाना ही भूल गए। अस्पताल में मासूम को रोतें देख वहां कार्यरत गार्ड ने बच्ची को देखा और बीडीके अस्पताल के एक कर्मचारी को संभलाया।
कर्मचारी ने इसकी जानकारी पीएमओ डॉ. कमलेश झाझडिया को दी। पीएमओ ने कोतवाली थानाधिकारी राम मनोहर को सूचना दी। इस पर पुलिस, ने इंदिरा रसोई में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो बच्ची के माता पिता मलसीसर के निकले। दोनों को बुलाया गया और बच्ची की पहचान के बाद बाल कल्याण समिति के माध्यम से बच्ची को सुपुर्द किया गया।
कई बार आते हैं खाना खाने
बच्ची को छोडने वाले माता-पिता मेहनत-मजदूरी का कार्य करते हैं। दोनों अपनी बच्ची के साथ कई बार बीडीके अस्पताल परिसर में बनी इंदिरा रसोई में खाना खाने के लिए आते हैं।
पीएमओ डॉ. कमलेश झाझडिया ने बताया कि दोनों पति-पत्नी इंदिरा रसोई में खाना खाने के लिए आए थे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और बच्ची को छोड़कर चले गए। पुलिस को सूचना देकर बाल कल्याण समिति के माध्यम से बच्ची को माता-पिता को सुपुर्द कर दिया।
कोतवाली थाना इंचार्ज राम मनोहर ने बताया कि पीएमओ से सूचना मिली थी कि कोई दो साल की बच्ची को अस्पताल में छोड़कर चला गया। अस्पताल पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की तो पता चला कि बच्ची के माता-पिता मलसीसर के हैं। बाल कल्याण समिति के माध्यम से बच्ची को माता-पिता को सुपुर्द कर दिया।