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BSF एएसआई मनोज भार्गव की सड़क हादसे में मौत:चलती बस में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे; 4 दिन बाद थी बेटे की शादी


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BSF एएसआई मनोज भार्गव की सड़क हादसे में मौत:चलती बस में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे; 4 दिन बाद थी बेटे की शादी

शादी की खुशियां मातम में बदली, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

झुंझुनूं : झुंझुनूं में BSF के ASI को रोडवेज बस ने कुचल दिया। BSF जवान टोल प्लाजा पर आई ब्यावर डिपो की बस में दौड़ते हुए चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान वे टोल के पिलर और बस के बीच फंस गए। बस दौड़ती रही और वे नीचे गिर पड़े। इस दौरान बस का टायर BSF के जवान के ऊपर से निकल गया और उन्होंने मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। 4 दिन बाद BSF जवान के बेटे की शादी थी। इसके लिए वे ज्वेलरी खरीदने सीकर जा रहे थे। हादसा गुढ़ागौड़जी थाना इलाके में पोसाना टोल पर हुआ।

ज्वेलरी खरीदने जा रहे थे सीकर

SI उमराव जाट ने बताया- BSF के ASI मनोज कुमार भार्गव (52) निवासी भोड़की (गुढ़ागौड़जी) को 30 नवंबर को दोपहर 3 बजे रोडवेज बस ने कुचल दिया था। उनके बेटे सुनील भार्गव (25) ने रोडवेज बस के ड्राइवर के खिलाफ रिपोर्ट दी है। सुनील ने रिपोर्ट में बताया- छोटे भाई विजय (23) की शादी के लिए पिता मनोज भार्गव ज्वेलरी खरीदने सीकर के लिए निकले थे। पोसाना टोल पर एक रोडवेज बस (RJ36-PA-2644) आई। जैसे ही वह बस में चढ़ने लगे, तभी बस के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से बस को आगे बढ़ा दिया।

इस दौरान पिता मनोज भार्गव टोल के पिलर और बस के बीच फंस गए। फिर नीचे गिर गए। नीचे गिरने पर रोडवेज बस का टायर उनके ऊपर से निकल गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के ड्राइवर ने बस नहीं रोकी और फरार हो गया।

ओडिशा में पोस्टेड थे पिता, छुट्टी पर आए थे

जानकारी के अनुसार, मनोज भार्गव पिछले 25 सालों से बीएसएफ में सेवा दे रहे थे। वर्तमान में वे ASI के पद पर तैनात थे और ओडिशा में पोस्टेड थे। छोटे बेटे विजय की 4 दिसंबर को शादी होनी थी, जिसके लिए छुट्टी लेकर घर आए थे। परिवार में पत्नी, 2 बेटे और 1 बेटी है।

बीएसएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मनोज भार्गव का रविवार शाम सीकर जाते समय एक सड़क हादसे में निधन हो गया। वे अपने बड़े बेटे विजय की शादी के लिए ओडिशा से 10 दिन की छुट्टी पर घर आए थे। यह घटना पोसाना टोल प्लाजा पर हुई। जब वे रोडवेज बस में चढ़ रहे थे।
बीएसएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मनोज भार्गव को जवानों ने सलामी दी।
बीएसएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मनोज भार्गव को जवानों ने सलामी दी।

जानकारी के अनुसार मनोज भार्गव को उनके बेटे ने पोसाना टोल पर छोड़ा था। बस में चढ़ते समय कथित तौर पर बस चालक ने लापरवाही से बस चला दी, जिससे मनोज भार्गव गिर गए और बस का टायर उनके ऊपर से निकल गया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। छोटे बेटे सुनील ने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

बीएसएफ की एक टुकड़ी ने सब इंस्पेक्टर राजकीय सम्मान दिया।
बीएसएफ की एक टुकड़ी ने सब इंस्पेक्टर राजकीय सम्मान दिया।

बीएसएफ की 116 बटालियन में तैनात थे

मनोज भार्गव ओडिशा में बीएसएफ की 116 बटालियन में तैनात थे। उनके बड़े बेटे विजय की शादी 5 दिसंबर को होनी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं और सोमवार को ‘बान’ बैठने वाला था। इस दुखद घटना से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।

गुढ़ा से तिरंगा रैली निकाली

सोमवार को गुढ़ा सीएचसी में पोस्टमॉर्टम के बाद मनोज भार्गव का पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया। गुढ़ा से युवाओं ने तिरंगा रैली निकाली। जयपुर से आई बीएसएफ की एक टुकड़ी ने सब इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। बीएसएफ अधिकारियों ने बड़े बेटे विजय को तिरंगा सौंपा, जिन्होंने अपने पिता को मुखाग्नि दी।

इस दुखद अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालों में विधायक उदयपुरवाटी भगवानाराम सैनी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र गिल, भोड़की के वर्तमान सरपंच नेमीचंद जांगिड़, पूर्व सरपंच गणेश गुप्ता, ललित कुमार और राधेश्याम गिल सहित कई लोग मौजूद थे।

बीएसएफ जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए गुढ़ागौड़जी से भोड़की गांव तक तिरंगा यात्रा निकाली गई।
बीएसएफ जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए गुढ़ागौड़जी से भोड़की गांव तक तिरंगा यात्रा निकाली गई।

देखिए हादसे की तस्वीरें…

पोसाना टोल पर रोडवेज बस आई तो BSF के ASI मनोज कुमार ने दौड़कर बस में चढ़ने की कोशिश की।
पोसाना टोल पर रोडवेज बस आई तो BSF के ASI मनोज कुमार ने दौड़कर बस में चढ़ने की कोशिश की।
BSF जवान चलती बस में चढ़ गए। इस दौरान टोल के पिलर से उनका शरीर टकराया और वह नीचे गिर गए। इसके बाद बस उनको कुचलते हुए निकल गई।
BSF जवान चलती बस में चढ़ गए। इस दौरान टोल के पिलर से उनका शरीर टकराया और वह नीचे गिर गए। इसके बाद बस उनको कुचलते हुए निकल गई।

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