[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सीएसआईआर-सीरी पिलानी में शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़पिलानीराजस्थानराज्य

सीएसआईआर-सीरी पिलानी में शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी

भारत 6जी अलायंस के महानिदेशक राजेश कुमार पाठक बोले-“6जी क्रांति में भारत के स्टार्टअप्स और शोध संस्थानों को मिलकर आगे बढ़ना होगा”

पिलानी : सीएसआईआर–केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीरी) पिलानी में सोमवार को तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी “माइक्रोवेव, मिलीमीटर वेव एंड बियॉण्ड टेक्नोलॉजीज़ फॉर कनेक्टेड फ्यूचर (µmTCF–2025)” का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर भारत 6जी अलायंस के महानिदेशक राजेश कुमार पाठक मुख्य अतिथि रहे, जबकि एनटीयू, सिंगापुर के प्रोफेसर शील आदित्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

भारत की 6जी रणनीति पर हुई चर्चा

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि राजेश पाठक ने “बियॉन्ड 5G टु 6G : इंडिया पर्सपेक्टिव” विषय पर मुख्य व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि “6जी वैश्विक क्रांति में भारत को अग्रणी बनाने के लिए स्टार्टअप्स, शोध संस्थान और शिक्षा जगत को समन्वित प्रयास करने होंगे।” पाठक ने भारत की 6जी तकनीक से जुड़ी रणनीतिक रूपरेखा, अनुसंधान दिशा और तकनीकी प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर शील आदित्य ने भी संचार प्रौद्योगिकी के बदलते आयामों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर अपने विचार साझा किए।

तीन एमओयू पर हस्ताक्षर और प्रदर्शनी का उद्घाटन

कार्यक्रम के दौरान तीन समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया। इसके साथ ही अतिथियों ने प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें विभिन्न औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थानों ने माइक्रोवेव एवं संचार तकनीक आधारित नवीन समाधान प्रदर्शित किए।

अतिथियों ने सीएसआईआर-सीरी की सेमीकंडक्टर, वैक्यूम इलेक्ट्रॉनिक्स तथा एआई एवं आईओटी सक्षम साइबर-फिजिकल सिस्टम्स से संबंधित अत्याधुनिक क्षमताओं का अवलोकन किया, जो संस्थान की अनुसंधान दक्षता को प्रदर्शित करती हैं।

पहले दिन देशभर के विशेषज्ञों ने साझा किए विचार

संगोष्ठी के पहले दिन आयोजित तकनीकी सत्रों में देश के प्रमुख शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। इनमें आईआईटी-दिल्ली के प्रो. अनंजन बसु एवं प्रो. एम. अबेगांवकर, आईआईएसटी त्रिवेंद्रम के प्रो. चिन्मय साहा, अस्त्र माइक्रोवेव्स के डॉ. एन.एन.एस.एस.आर.के. प्रसाद, आईआईटी-दिल्ली के प्रो. मुस्तफिजुर रहमान और कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रो. अम्लान चक्रवर्ती शामिल रहे। विशेषज्ञों ने माइक्रोवेव, एंटेना इंजीनियरिंग, रडार सिस्टम्स और क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसे विषयों पर अपने उपयोगी विचार साझा किए।

Related Articles