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ऊर्जा-शुद्धिकरण के नाम पर उल्लू के नाखून, मस्कपोड और इंद्रजाल:वन-विभाग को तस्कर ने स्टेशन पर बुलाया, 20 लाख का माल जब्त; हाईप्रोफाइल क्लाइंट को बेचता था


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ऊर्जा-शुद्धिकरण के नाम पर उल्लू के नाखून, मस्कपोड और इंद्रजाल:वन-विभाग को तस्कर ने स्टेशन पर बुलाया, 20 लाख का माल जब्त; हाईप्रोफाइल क्लाइंट को बेचता था

ऊर्जा-शुद्धिकरण के नाम पर उल्लू के नाखून, मस्कपोड और इंद्रजाल:वन-विभाग को तस्कर ने स्टेशन पर बुलाया, 20 लाख का माल जब्त; हाईप्रोफाइल क्लाइंट को बेचता था

झुंझुनूं : वास्तु विशेषज्ञ बनकर लोगों को वन विभाग की प्रतिबंधित वस्तुएं बेचने वाले एक युवक को दिल्ली वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल व झुंझुनूं वन विभाग ने पकड़ा है।

आरोपी व्यापार में लाभ और सुख शांति की गारंटी देते हुए सोशल मीडिया पर हत्था जोड़ी, मस्क पोड, उल्लू के नाखून, जंगली सूअर के दांत और इंद्रजाल देने का वादा करता था। वन-विभाग ने उसे बोगस ग्राहक बनकर फोन किया तो उसने माल देने के लिए रेलवे स्टेशन पर बुलाया था। जैसे ही सूचना की पुष्टि हुई वन विभाग ने उसे पकड़ लिया। इसके पास से करीब 20 लाख की प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद की है।

आरोपी खुद को इंस्टाग्राम पर वास्तु विशेषज्ञ और ऊर्जा शुद्धिकरण गुरु बताता था। इसके क्लाइंट राजस्थान समेत हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बिजनेसमैन थे।

जांच में सामने आया कि आरोपी ये काम महाराष्ट्र के तस्कर राजू भोंसले के साथ मिलकर करता था।

तस्वीर, उन प्रतिबंधित वस्तुओं की है जो साहिल के घर से बरामद हुई।
तस्वीर, उन प्रतिबंधित वस्तुओं की है जो साहिल के घर से बरामद हुई।

दुर्लभ व प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद

ACF हरेंद्र सिंह ने बताया- दिल्ली वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) और झुंझुनूं वन विभाग की टीम ने गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए मंड्रेला निवासी साहिल गौड़ उर्फ साहिल शर्मा को झुंझुनूं रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। उसके पास से प्रतिबंधित उल्लू के नाखून, जंगली सुअर के दांत, इंद्रजाल और मस्कपोड जैसी दुर्लभ व प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद की गईं हैं। बरामद सामग्री की अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए हो सकती है।

हत्था जोड़ी देने स्टेशन पर बुलाया

भाकर ने बताया- दिल्ली WCCB और झुंझुनूं वन विभाग की टीमें पिछले 6 महीने से इसके सोशल मीडिया अकाउंट की निगरानी कर रही थीं। यह ऑनलाइन वास्तु दोष निवारण सामग्री बेचने का दावा कर रहा था। इसकी प्रोफाइल पर हजारों फ़ॉलोअर्स भी हैं।

जांच में सामने आया कि अकाउंट संचालित करने वाला साहिल देशभर में एनर्जी हीलिंग के नाम पर वन्यजीव उत्पाद बेच रहा है।

प्लानिंग के बाद अधिकारियों ने एक फर्जी ग्राहक बनकर उससे संपर्क किया। आरोपी ने हत्था जोड़ी बेचने का ऑफर दिया। झुंझुनूं रेलवे स्टेशन पर डिलीवरी तय की। गुरुवार को जैसे ही आरोपी सौदा करने पहुंचा, टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।

साहिल का पिता हत्या के आरोप में जेल में बंद है। अब बेटा ही सारा काम संभाल रहा था।
साहिल का पिता हत्या के आरोप में जेल में बंद है। अब बेटा ही सारा काम संभाल रहा था।

वास्तु दोष दूर करने का दावा करता था

एसीएफ हरेंद्र भाकर ने बताया कि जांच में सामने आया है कि साहिल खुद को सोशल मीडिया पर वास्तु एक्सपर्ट बताता था। वह वीडियो बनाकर दावा करता था कि हत्था जोड़ी से व्यापार में लाभ होता है, उल्लू के नाखून से बुरी नजर दूर रहती है और मस्क पोड से धन आगमन होता है।

इन वीडियो को देखकर लोग आकर्षित होते और ऑनलाइन ऑर्डर देने लगते। साहिल एक ‘तंत्र पैकेज’ के नाम पर 50 हजार से लेकर 3 लाख रुपये तक वसूल करता था। ग्राहकों को लगता था कि वे वास्तु सामग्री खरीद रहे हैं, जबकि असल में यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत अपराध है।

महिलाओं से चैट, पेमेंट के स्क्रीनशॉट मिले

साहिल के इंस्टाग्राम पर 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और डीएम में सैकड़ों ग्राहकों के संदेश मिले हैं। आरोपी के मोबाइल से 250 से ज्यादा महिलाओं के नंबर, चैट रिकॉर्ड और पेमेंट स्क्रीनशॉट मिले हैं। इनमें कई नाम ऐसे हैं जो बड़े कारोबारी और हाई-प्रोफाइल घरानों से जुड़े बताए जा रहे हैं।

पूछताछ में साहिल ने कबूल किया- वह पिछले 2 साल से इस धंधे में है और मुंबई के कुख्यात वन्यजीव तस्कर राजू भोसले के संपर्क में है।

भोसले पर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में पहले से कई केस दर्ज हैं। दोनों ने मिलकर ऑनलाइन क्लाइंट बेस तैयार किया था। मुंबई में जब साहिल कुछ समय के लिए रहा, वहीं से उसने यह कारोबार शुरू किया। धीरे-धीरे उसने सोशल मीडिया मार्केटिंग के जरिए खुद को तांत्रिक और वास्तु गुरु बना लिया।

जांच में सामने आया कि साहिल का पिता मर्डर के मामले में जेल में बंद है। उसका नाम राजेन्द्र प्रसाद उर्फ राजू है। उसने भी पंडित श्यामानंद के नाम से सोशल मीडिया पर आईडी बना रखी है। पिता के जेल जाने बाद साहिल ही बिजनेस ऑपरेट कर रहा था।

हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए

पूछताछ में सामने आया- साहिल के क्लाइंट सिर्फ राजस्थान तक सीमित नहीं थे। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से भी लोग उससे संपर्क करते थे।

अधिकतर ग्राहक उच्चवर्गीय परिवारों से थे, जो ‘वास्तु समाधान’ के नाम पर भारी रकम खर्च करते थे। कई ग्राहक आरोपी से मिलने खुद झुंझुनूं और जयपुर तक पहुंचते थे, जबकि बाकी लोगों को वह पार्सल के जरिए सामग्री भेजता था।

एसीएफ हरेंद्र भाकर ने बताया- साहिल के घर और गोदाम की तलाशी में हत्था जोड़ी, उल्लू के पंख, जंगली सुअर के दांत, इंद्रजाल की लताएं, मस्कपोड और कई अन्य दुर्लभ वस्तुएं बरामद हुईं हैं।

यह सामग्री वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I और II के अंतर्गत आती हैं। जिनकी खरीद-फरोख्त करना या इन्हें रखना भी अपराध है।

आरोपी के साथ दो सहयोगी और भी गिरफ्तार किए गए हैं जो पार्सल तैयार करने, पेमेंट रिसीव करने और डिलीवरी के लिए जिम्मेदार थे।

इन दोनों के पास से फर्जी इनवॉइस, कुरियर बिल और दर्जनों पते मिले हैं, जो देशभर के अलग-अलग राज्यों के हैं। अब टीम यह जांच कर रही है कि नेटवर्क के और कौन लोग इसमें शामिल हैं।

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