कलेक्टर बोले- बुजुर्ग हमारी धरोहर, स्वास्थ्य सुरक्षा का रखें खयाल:सीनियर सिटीजन को मिले फायदा: झुंझुनूं में अंतरराष्ट्रीय वृद्ध कल्याण दिवस पर कार्यक्रम
कलेक्टर बोले- बुजुर्ग हमारी धरोहर, स्वास्थ्य सुरक्षा का रखें खयाल:सीनियर सिटीजन को मिले फायदा: झुंझुनूं में अंतरराष्ट्रीय वृद्ध कल्याण दिवस पर कार्यक्रम

झुंझुनूं : अंतरराष्ट्रीय वृद्ध कल्याण दिवस के अवसर पर झुंझुनूं जिले में राजस्थान पेंशनर समाज की जिला शाखा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम पेंशनर भवन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में संपन्न हुआ। जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 16 वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिले के अधिकारी, पेंशनर समाज के सदस्य और बड़ी संख्या में बुजुर्ग मौजूद रहे।
बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. अरुण गर्ग ने कहा- वृद्धजन किसी भी समाज की धरोहर होते हैं। उनके अनुभव और जीवन मूल्य आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह जिम्मेदारी बनती है कि हम बुजुर्गों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और गरिमा का पूरा ध्यान रखें। उनके अनुसार, आज की पीढ़ी अगर अपने बड़ों के अनुभव और आशीर्वाद को आत्मसात करेगी तो समाज और मजबूत बनेगा।

वरिष्ठ नागरिकों की आवाज होगी मजबूत
कलेक्टर डॉ. गर्ग ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से पेंशन, स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा से जुड़े कई प्रावधान लागू हैं, जिनका लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना जरूरी है। उन्होंने पेंशनर समाज की भूमिका को भी सराहा और कहा कि यह संगठन वरिष्ठ नागरिकों की आवाज को मजबूत करता है।
सुविधाओं से वंचित न होना पड़े
समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक डॉ. पवन पूनिया ने कहा कि विभाग लगातार यह प्रयास कर रहा है कि जिले के हर बुजुर्ग तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने बताया कि पेंशन योजनाओं को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि किसी भी पात्र वृद्धजन को सुविधाओं से वंचित न होना पड़े।

बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने कहा कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य को लेकर जिले में विशेष योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्राथमिकता से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। साथ ही आयुष्मान भारत योजना और निरोगी राजस्थान अभियान के जरिए भी उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है।
कोषाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि पेंशन बुजुर्गों के आर्थिक संबल का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। सरकार की यह जिम्मेदारी है कि समय पर और नियमित रूप से पेंशन मिले, ताकि वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पेंशनर समाज इस दिशा में प्रशासन का सहयोग करता रहा है।
पेंशनर समाज के जिला अध्यक्ष नेमीचंद पूनिया ने बताया कि संगठन लगातार वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं और सुझावों को प्रशासन तक पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि समाज के हर क्षेत्र में वरिष्ठ नागरिकों का योगदान अमूल्य रहा है और आज उन्हें सम्मानित करना हमारी जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी।
स्मृति चिह्न देकर किया सम्मानित
समारोह के दौरान 16 वरिष्ठ नागरिकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले बुजुर्गों ने अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से बुजुर्गों का मनोबल बढ़ता है और उन्हें यह एहसास होता है कि समाज आज भी उनके योगदान को याद रखता है।