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हमारी सरकार गो माता के कल्याण के लिए कोई कमी नहीं आने देगी – मुख्यमंत्री


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हमारी सरकार गो माता के कल्याण के लिए कोई कमी नहीं आने देगी – मुख्यमंत्री

श्रीकृष्ण बलराम गो आराधन महोत्सव में स्वामी राजेन्द्र दास महाराज से लिया आशीर्वाद, श्रीमदभागवत कथा में हुए शामिल

डीग : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को डीग के श्रीजड़खोर धाम में श्री कृष्ण बलराम गो आराधन महोत्सव में पहुंचे। उन्होंने व्यासपीठ पर विराजे श्रीरैवासाधाम के अग्रपीठाधीश्वर एवं मलूकपीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्र दास महाराज का अभिवादन किया एवं आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ रहीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कथा में आए श्रद्धालुओं को संबोधित कर गो कल्याण के लिए स्वामी जी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और स्वामी जी को आश्वस्त किया कि गो कल्याण के लिए उनकी सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किया जाएगा। श्रीमद्भागवत से पूर्व मुख्यमंत्री ने सपत्नीक श्री जड़खोर गोधाम स्थित मंदिर में पूजा अर्चन किया और तत्पश्चात गो धाम में उपस्थित सुरभि गोमाता का पूजन अर्चन किया और आश्रम में शिक्षा पा रहे बाल बटुकों से भी मिले।

गौरतलब है कि श्री जड़खोर गोधाम के संस्थापक और रेवासा के अग्रपीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्र दास महाराज की प्रेरणा से डीग स्थित श्रीजड़खोर गोधाम में श्री कृष्ण बलराम गो आराधन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव से गोमाता के प्रति भारतीय समाज की श्रद्धा को उत्सव के जैसे मनाया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन श्रीमद्भागवत पाठ और सहस्त्रचंडी यज्ञ और शप्तशती पाठ भी किए जा रहे है। इस महोत्सव में देश भर से आए साधु संतों द्वारा गो माता के कल्याण और सनातन धर्म के उत्थान के लिए चर्चा भी की जा रही है। ऐसे में इस महत्व से गो संरक्षण को भी एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मंच मिला है।

कथा के सातवें दिन स्वामी राजेंद्र दास महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को कहा कि आध्यात्मिक प्रयास से ही कल्याण होगा, सिर्फ चर्चा से सद्गति नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि ब्रह्म के आगे अविद्या नहीं टिकती और संतो में गुरुत्व खोजने से गुरु वियोग मिटता है।

मुख्यमंत्री ने श्रीजड़खोर गोधाम पहुंचकर सबसे पहले ​शिव मंदिर में पूजा की, अखंड कीतर्न में शामिल हुए और उसके बाद पत्नी के साथ कामधेनु गोमाता सुरभि की विशेष आराधना की। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय लोगों से भी आत्मिक मुलाकात की और अभिवादन स्वीकारा। इस मौके पर उन्होंने गो माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए स्वामी राजेन्द्र दास महाराज के आशीर्वाद से चल रहे कार्यों की प्रशंसा की।

सीएम के साथ गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम और कामा विधायक नौक्षम चौधरी ने स्वामी राजेंद्र दास महाराज द्वारा श्रीमद्भागवत पाठ का श्रवण कर स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर सपत्नीक श्रीमद्भागवत का पूजन भी किया।

गाय माता के साथ ही हमारे संत और गंगा-यमुना माता हमारी संस्कृति-मुख्यमंत्री
महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बृज की रज अपने आप ​में निराली है। गाय माता के साथ ही हमारे संत और गंगा-यमुना माता हमारी संस्कृति है। सीएम ने कहा कि हमारी संस्कृति में वृक्ष, पहाड़, नदी पूजनीय है, क्योंकि ईश्वर का इन सभी में वास है और इसलिए हम इनकी पूजा करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा​ कि भगवान श्री कृष्ण ने भी गौमाता की खूब सेवा की है। सीएम ने एक किस्सा बताते हुए कहा कि जब वह मुख्यमंत्री बने तो यह बात सामने आई कि गोशालाओं के लिए अनुदान कम है। संतों ने कहा कि इस अनुदान को बढ़ाकर 35 से 40 रूपए कर दिए जाए। सीएम ने कहा कि ‘मैंने पूछा कि गाय का प्रतिदिन भोजन कितने में हो सकता है तो उन्होंने बताया कि 50 रूपए प्रतिदिन में हो सकता है।’ इस पर सरकार ने गाय के लिए 50 रूपए और बछड़ों के लिए 25 रूपए अनुदान की घोषणा की। भजनलाल शर्मा ने कहा कि हम गोसेवा के लिए निश्चित रूप से विशेष प्रयास कर रहे हैं। पहले बैल से खेती होती थी, लेकिन अब वह प्राय: बंद हो गई है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने बजट में घोषणा की थी कि बैल से खेती करने वाले किसानों को 30 हजार रूपए का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती पर हम सभी को ध्यान देना चाहिए। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार जहां भी जरूरत है, उस जगह पर काम कर रही है। साधु-संतों के जो भी प्रस्ताव आएंगे, संस्कृति की रक्षा और गोमाता के लिए वह उन प्रस्तावों पर काम करेंगे।

‘मुझसे पहले सीएम हाउस में हुआ था गोमाता का प्रवेश’

सीएम ने स्वामी राजेंद्र दास महाराज की उपस्थिति में कहा कि मैं जहां से गुजरता हूं, वहां यदि रास्ते में भागवत कथा होती है तो रूककर भागवत को जरूर प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भाग्वत में भगवान खुद विराजमान है। हमें भागवत को सुनना चाहिए और अनुसरण भी करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि जब वह भरतपुर में रहते थे तो गाय रखते थे। जब मुख्यमंत्री बने और सीएम हाउस में गए तो उनसे पहले गाय माता का सीएम निवास पर प्रवेश हुआ। भजनलाल शर्मा ने कहा कि मेरी सुबह की शुरूआत गाय माता को प्रणाम करने से होती है। उन्होंने बताया कि गौमाता बहुत ही वात्सल्य होतील है, जब हम घर से रवाना होते हैं तो गाय घूमकर देखती है। गौमाता आशीर्वाद देती है कि यात्रा सफल हो और जब घर आते हैं तो भी गोमाता बड़े ही प्रेम से देखती है।

सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने लिया आशीर्वाद
रविवार शाम जयपुर के सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा भी श्री कृष्ण बलराम महोत्सव में पहुंचे। उन्होंने इस मौके पर कामधेनु माता के दर्शन किए। इसके बाद स्वामी राजेन्द्र दास महाराज से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि उनकी राज्य और केन्द्र सरकार गो माता के कल्याण को लेकर काफी गंभीर है और जो भी हर संभव प्रयास ​इस दिशा में किया जा सकेगा, वो करेंगे। गो माता की सेवा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

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