झुंझुनूं में न्याय-मित्र ने सौंपी रिपोर्ट, अधिकारियों को बताया लापरवाह:साफ-सफाई, सीवरेज व्यवस्था और सड़कों की बदहाली पर जताई चिंता
झुंझुनूं में न्याय-मित्र ने सौंपी रिपोर्ट, अधिकारियों को बताया लापरवाह:साफ-सफाई, सीवरेज व्यवस्था और सड़कों की बदहाली पर जताई चिंता

झुंझुनूं : स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। नगर परिषद झुंझुनूं के लिए नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता ने हाल ही में शहर का निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट माननीय न्यायालय को सौंपी है। रिपोर्ट में उन्होंने शहर की साफ-सफाई, सीवरेज व्यवस्था और सड़कों की बदहाली पर गहरी चिंता जताई हैं। गुप्ता ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकारियों में काम के प्रति रुचि की कमी है। इसके कारण जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने सुझाव दिया कि शहर की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए ताकि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को सही मायनों में लागू किया जा सके। न्याय मित्र गुप्ता ने सुझाव दिया कि नगर परिषद के बाहर एक बोर्ड लगाया जाए, जिस पर मॉनिटरिंग कर रहे अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर लिखे हों ताकि जनता सीधे शिकायत कर सके।
रिपोर्ट में सामने आई प्रमुख समस्याएं
1. सफाई व्यवस्था न्याय मित्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि शहर के वार्डों में सफाई का अभाव है और जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जिससे लोगों में भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इसकी मुख्य वजह मॉनिटरिंग में कमी है। हालांकि, मीटिंग के बाद अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
2. सड़कों पर घूमते जानवर शहर की सड़कों पर बड़ी संख्या में गायें घूम रही हैं, जिससे गंदगी फैल रही है और प्लास्टिक खाने से उनकी मौत भी हो रही है। मीटिंग के बाद 160 गायों को गोशाला भेजा गया है और यह काम अभी भी जारी है। न्याय मित्र ने इस अभियान को और गति देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
3. अतिक्रमण व्यापारियों ने दुकानों के बाहर सामान रखकर सड़कों पर अतिक्रमण कर रखा है, जिससे राहगीरों को चलने में दिक्कत हो रही है। इस समस्या से निपटने के लिए सभी कर्मचारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
4. डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण रिपोर्ट के अनुसार, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का काम व्यवस्थित नहीं है, जिससे लोग काफी परेशान हैं। गुप्ता ने मॉनिटरिंग में सुधार और गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने का सुझाव दिया। मीटिंग के बाद इस काम में भी तेजी लाई गई है।
5. सड़कों पर गड्ढे शहर की कई सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। न्याय मित्र ने इन गड्ढों की मरम्मत और गहरे गड्ढों को कंक्रीट से भरने की सलाह दी। इस पर भी काम शुरू हो गया है।
6. सीवरेज व्यवस्था सीवरेज का ओवरफ्लो होना और कनेक्शन न होने जैसी समस्याओं पर न्याय मित्र ने गंभीर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने सीवरेज के काम की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मीटिंग के बाद ठेकेदार ने मेंटेनेंस और कनेक्शन का काम तेज कर दिया है।
7. बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स शहर में बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट्स बंद पड़ी हैं, जिससे लोगों में गुस्सा है। गुप्ता ने मॉनिटरिंग को सख्त करने और 24 घंटे में शिकायतों के निपटान का सुझाव दिया। इसके लिए चार टीमें भी बनाई गई हैं, जिससे व्यवस्था में सुधार हो रहा है।
8. धार्मिक स्थानों की सफाई शहर के धार्मिक स्थानों और उनके आसपास सफाई न होने से श्रद्धालुओं में रोष है। न्याय मित्र ने तत्काल सफाई की आवश्यकता बताई। मीटिंग के बाद इन जगहों पर भी सफाई का काम शुरू हो गया है।